Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 10:30 PM
युवाओं को संगठन के साथ जोडऩे के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) ने कई राज्यों में बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान की शुरूआत की है। संघ के ऑनलाइन सदस्यता अभियान को लोगों से व्यापक समर्थन मिलने के बाद अब संघ युवाओं को संगठन के साथ जोडऩे के लिए...
जालंधर(पाहवा): युवाओं को संगठन के साथ जोडऩे के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) ने कई राज्यों में बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान की शुरूआत की है।
संघ के ऑनलाइन सदस्यता अभियान को लोगों से व्यापक समर्थन मिलने के बाद अब संघ युवाओं को संगठन के साथ जोडऩे के लिए बड़े स्तर पर कवायद शुरू की है। इस नई कवायद के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं को संघ के साथ जोडऩे का क्रम चलाया गया है। इसी सदस्यता अभियान के क्रम में संघ ने मुंबई और कोकण क्षेत्र में ङ्क्षहदू चेतना संगम का आयोजन किया। यह आयोजन देश के अन्य राज्यों में भी किए जाने की योजना है। इसके लिए संघ ने ङ्क्षहदू चेतना संगम नाम के एक मोबाइल एप्लीकेशन का भी निर्माण किया है।
पहली बार साल में 2 कैंप का आयोजन
संघ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह पहली बार है जब संघ ने कई क्षेत्रों में एक साल में 2 बार कैंप का आयोजन किया। इन 8 दिवसीय आवासीय कैंप में 25 से 40 वर्ष के आयुवर्ग के तमाम लोग हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा हाल ही में संघ से जुड़े युवाओं के लिए भी कई प्रमुख राज्यों में एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
ऑनलाइन सदस्यता को समर्थन
नए प्रकार के सदस्यता अभियान के बारे में संघ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह पहली बार है जब संघ द्वारा गलियों में मौजूद अपने बूथों पर भी सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। ऑनलाइन कैंपेन को साल 2016 में शुरू होने के बाद से ही बहुत अच्छा फीडबैक मिल रहा था और हर साल भारी संख्या में लोग इस कैंपेन के माध्यम से संघ से जुड़ रहे थे। खासकर युवा वर्ग ऑनलाइन सदस्यता से अधिक प्रभावित हुआ जिससे संघ को नए सदस्य मिले। इसी के मद्देनजर संघ ने इतने बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान की शुरूआत की।
57 हजार शाखाओं का संचालन
उल्लेखनीय है कि संघ के द्वारा उसके स्वयंसेवकों के लिए नियमित तौर पर 3 शिविरों का आयोजन किया जाता है जिसका अंतिम चरण नागपुर में आयोजित होता है। इसके साथ ही युवाओं को संघ से जोडऩे के लिए कई छोटे-छोटे शिविर भी आयोजित किए जाते रहे हैं। आंकड़ों की मानें तो देश भर में हर रोज संघ की कुल 57 हजार से अधिक शाखाओं का संचालन किया जाता है जबकि हर सप्ताह संगठन के सदस्यों की 14 हजार से अधिक बैठकें भी संचालित की जाती हैं।