Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 02:08 PM
पंजाब विधानसभा में दस्तार की बेअदबी के मामले में तूल पकड़ लिया है।
चंडीगढ़ः पंजाब विधानसभा में दस्तार की बेअदबी के मामले में तूल पकड़ लिया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी.) ने इस मामले में विधानसभा स्पीकर राणा के.पी. को दोषी करार देते हुए उन्हें माफी मांगने काे कहा है।
रूपनगर के गुरुद्वारा श्री भट्ठा साहिब में एस.जी.पी.सी. की अंतरिम कमेटी की बैठक दौरान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर ने इसे बेहद शर्मनाक घटना करार दिया। वहीं, लोक इंसाफ पार्टी के विधायकों सिमरनजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस ने सोमवार को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह से मिलकर मांग की कि आरोपियों पर कार्रवाई की जाए। इस पर अब पांच सिंह साहिबान की जुलाई में होने वाली बैठक में फैसला होगा।
उधर, पंजाब कांग्रेस ने एस.जी.पी.सी. प्रधान किरपाल सिंह बडूंगर के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि धर्म और राजनीति को जोड़ने से इस धार्मिक संस्था को बड़ी ठेस पहुंचेगी। पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील कुमार जाखड़ ने बडूंगर को अाड़े हाथों लेने नसीहत न देने की अपील की है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि एस.जी.पी.सी. के प्रधान किरपाल सिंह इस धार्मिक संस्था का लगातार राजनीतिकरण कर रहे हैं। कांग्रेस ने बडूंगर पर सियासी लाभ लेने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे स्पष्ट हो गया है कि शिअद की ओर से लंबे समय से एसजीपीसी पर नियंत्रण करने की कोशिश की जा रही है।