Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Oct, 2017 01:29 PM
बेशक पंजाब की कैप्टन सरकार ने एक अध्यादेश जारी कर पूरे पंजाब में ट्रक यूनियनों को भंग कर दिया लेकिन बावजूद इसके ट्रांसपोर्टरों व ट्रक
भटिंडा (विजय): बेशक पंजाब की कैप्टन सरकार ने एक अध्यादेश जारी कर पूरे पंजाब में ट्रक यूनियनों को भंग कर दिया लेकिन बावजूद इसके ट्रांसपोर्टरों व ट्रक यूनियनों का गुंडाराज अभी तक जारी है। इसकी ताजा मिसाल रिफाइनरी में काम कर रही सैम बिल्टवैल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से जारी प्रैस विज्ञप्ति में मिलती है।
कंपनी ने मुख्यमंत्री, महानिदेशक पंजाब पुलिस, जिलाधीश भटिंडा व एस.एस.पी. भटिंडा को शिकायत पत्र लिखकर कहा कि कंपनी के पास एस.ई.एम.एल. का 135 करोड़ रुपए का टैंडर है।
चूंकि सिविल निर्माण कार्य की इस कंपनी को रेत-बजरी की बड़ी मात्रा में जरूरत पड़ती है अगर वह खुली मार्कीट से रेत-बजरी लेते हैं तो रिफाइनरी के बाहर नाका लगाए बैठे कुछ ट्रांसपोर्टर बाहर से आई गाडिय़ों को जबरन रोककर उनसे मुंह मांगा जुर्माना ऐंठते हैं व उनसे मारपीट भी करते हैं। गेट के बाहर बैठी ट्रांसपोर्ट कंपनियां बाजारी भाव से दोगुने भाव पर रेत-बजरी सप्लाई करती हैं। यह गोरखधंधा एक बड़े कांग्रेसी नेता के संरक्षण में चल रहा है जिसमें पुलिस भी बेबस है।
उन्होंने शिकायत पत्र में लिखा है कि जो काम पहले पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के राज में होता था, वही काम अब कांगे्रस की सरकार आने पर भी चल रहा है। इस संबंध में जब पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास शिकायत की कॉपी नहीं आई है। शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।