Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 11:17 AM
पंजाब सरकार की ओर से प्रांत में ट्रक यूनियन भंग किए जाने के विरोध में सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाते हुए सड़कों पर उतरे पंजाब भर के ट्रक आप्रेटरों ने अब सरकार विरुद्ध आर-पार की लड़ाई छेड़ दी है।
मालेरकोटला(जहूर/शहाबूद्दीन): पंजाब सरकार की ओर से प्रांत में ट्रक यूनियन भंग किए जाने के विरोध में सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाते हुए सड़कों पर उतरे पंजाब भर के ट्रक आप्रेटरों ने अब सरकार विरुद्ध आर-पार की लड़ाई छेड़ दी है।
मालेरकोटला-अमरगढ़ व कूप से संबंधित ट्रक यूनियनों सहित व आसपास के ट्रक आप्रेटरों ने एस.डी.एम. कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर पंजाब सरकार की तरफ से ट्रक यूनियनें भंग करने के जारी किए नोटीफिकेशन की कापियां जलाईं।
ट्रक आप्रेटरों ने सरकार पर उनका रोजगार ठप्प करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के इस ट्रांसपोर्टर फैसले से कंगाली के रास्ते पर आए ट्रक आप्रेटरों के चूल्हे अब ठंडे होने लग पड़े हैं। यदि यही हाल चलता रहा तो ट्रक आप्रेटरों के परिवार भूखे मरने को मजबूर हो जाएंगे क्योंकि ट्रक यूनियनों के भंग किए जाने से व्यापारी कथित अपनी मनमर्जियां करने लग गए हैं।
नेताओं ने बताया कि ट्रक आप्रेटरों की जत्थेबंदी की तरफ से पंजाब स्तर पर लिए गए इन फैसलों की लड़ी के अंतर्गत 23 अगस्त को पंजाब भर की सभी ट्रक यूनियनें प्रात: 11 से सायं 4 बजे
तक अपने-अपने इलाकों के जी.टी. रोड को जाम करके धरने देंगी, जबकि 28 अगस्त को पंजाब भर के डिप्टी कमिश्नरों के दफ्तरों समक्ष जिला स्तरीय रोष धरने दिए जाएंगे। ट्रक आप्रेटर नेताओं ने कहा कि यदि फिर भी पंजाब सरकार ने ट्रक यूनियनों को भंग करने का फैसला वापस न लिया तो प्रांत समिति के फैसले अनुसार संघर्ष को और तेज किया जाएगा।