Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 10:05 AM
पंजाब में नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने ट्रक यूनियनों को भंग करने का फैसला किया, जिसके खिलाफ राज्य भर में ट्रक
गुरुहरसहाय (आवला): पंजाब में नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने ट्रक यूनियनों को भंग करने का फैसला किया, जिसके खिलाफ राज्य भर में ट्रक ऑप्रेटरों में सरकार के प्रति भारी रोष पाया जा रहा है। सरकार के फैसले के खिलाफ राज्य भर में ट्रक ऑप्रेटरों की तरफ से धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं और सरकार को चेताया जा रहा है कि उक्त फैसले से लाखों ट्रक ऑप्रेटर व उनके परिवार बेरोजगार हो जाएंगे, लेकिन कैप्टन अपने स्टैंड पर अड़े हुए हैं व सरकार ने यूनियनों को भंग करने का नोटीफिकेशन भी जारी कर दिया है। इससे गुस्साए ट्रक ऑप्रेटरों ने नकोदर में रैली की व एक कांग्रेसी ट्रक ऑप्रेटर ने अपने ट्रक को आग भी लगा दी।
इसी कड़ी के अंतर्गत आज गुरुहरसहाय में ट्रक ऑप्रेटरों ने एस.डी.एम. कार्यालय में पहुंचकर रोष प्रदर्शन किया और सरकार की तरफ से जारी नोटीफिकेशन की कापियां जलाईं। यूनियन नेता सीमू पासी व सोनू मोंगा ने कहा कि सरकार की तरफ से लिया गया फैसला बहुत ही निंदनीय है। कैप्टन ने चुनावों में वायदा किया था कि हर घर में एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी, जबकि सरकार बनते ही नौकरी देने की बजाय ट्रक ऑप्रेटरों को बेरोजगार कर दिया गया है। नेताओं ने कहा कि ट्रक यूनियन से एक तो लाखों लोगों को रोजगार मिला है व व्यापारियों को अपने माल के खुर्द-बुर्द होने का डर भी नहीं रहता और न ही उनकी पैमेंट को कोई खतरा होता है। यह सारी जिम्मेदारी ट्रक यूनियन की होती है। नेताओं ने कहा कि कैप्टन के अडिय़ल रवैये के कारण कांग्रेस की सरकार से लोगों का मोह भंग होता जा रहा है। अगर सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो ट्रक ऑप्रेटर अपने परिवारों सहित सड़कों पर उतरेंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।