Edited By Updated: 25 Apr, 2017 01:46 PM
: जिला अमृतसर की अनाज मंडियों में ट्रांसपोर्टेशन के लिए गलत टैंडरिंग किए जाने का मामला ‘पंजाब केसरी’ की तरफ से प्रकाशित किए जाने के बाद जिला प्रशासन ने जहां इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसके चलते कई प्रमुख अनाज मंडियों के ट्रांसपोर्ट के टैंडर...
अमृतसर(स.ह.): जिला अमृतसर की अनाज मंडियों में ट्रांसपोर्टेशन के लिए गलत टैंडरिंग किए जाने का मामला ‘पंजाब केसरी’ की तरफ से प्रकाशित किए जाने के बाद जिला प्रशासन ने जहां इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसके चलते कई प्रमुख अनाज मंडियों के ट्रांसपोर्ट के टैंडर रद्द कर दिए गए हैं। इसके अलावा सभी ट्रांसपोर्टेशन टैंडरों का रिव्यू शुरु करते हुए नई टैंडरिंग की जा रही है। प्रशासन के समक्ष जहां एक तरफ पिछले कई दिनों से तेज आंधी व हलकी बारिश एक बड़ी समस्या बनी हुई है। वहीं मंडियों में लगे गेहूं के अंबार भी चिंता का विषय बन चुके हैं क्योंकि अनाज मंडियों में गेहूं की लिफ्टिंग ही नहीं हो रही है। इसका मुख्य कारण है कि जिन ट्रांसपोर्टरों को गेहूं लिफ्टिंग के टैंडर दिए गए थे उनके पास वाहन कम हैं।
आढ़ती एसो. जिसमें उत्तर भारत की सबसे बड़ी मंडियों में से एक अनाज मंडी भगतांवाला के गल्ला आढ़ती एसो. के प्रधान नरेन्द्र बहल ने आरोप लगाया था कि प्रशासन ने ऐसे ट्रांसपोर्टरों को ठेके अलॉट किए हैं जिनके पास एक भी गाड़ी नहीं है। इन हालात में खरीद एजैंसियों के अधिकारी आढ़तियों को गेहूं की लिफ्टिंग करने के लिए अपील करते हैं। आढ़तियों का कहना है कि वे सरकार का सहयोग करते हुए गेहूं की लिफ्टिंग करने को भी तैयार हैं लेकिन सरकार उन्हें इसका खर्चा नहीं देती है।
यह समस्या पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में भी रही है, फिलहाल कैप्टन सरकार इस मामले को गंभीरता से ली रहे है। डी.सी. कमलदीप सिंह संघा ने ट्रांसपोर्ट के ठेके देने वाली कमेटी को आदेश जारी कर दिए हैं कि सही दस्तावेजों की जांच करने व ग्राऊंड रिपोर्ट देखने के बाद ही ट्रांसपोर्ट ठेकेदारों को लिफ्टिंग के ठेके अलॉट किए जाएं। इस काम में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, बहरहाल किसानों व खरीद एजैंसियों के अलावा प्रशासन के लिए अच्छी खबर यह है कि सोमवार को सूर्य देवता ने अपनी दर्शन दे दिए और अच्छी धूप भी खिली जिससे मंडियों में लगे गेहूं के अंबार खराब होने से बच गए और किसी प्रकार का भारी नुक्सान नहीं हुआ क्योंकि पिछले 3 दिनों से हल्की बारिश व तेज आंधी चल रही थी जिससे किसानों सहित खरीद एजैंसियों के अधिकारियों के चेहरे मुरझा गए थे।