Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Aug, 2017 01:18 PM
अंग्रेज हकूमत द्वारा वर्ष 1919 के आसपास चलाई जालंधर-फगवाड़ा-नवांशहर-गढ़शंकर-जेजों-दोआबा रेल का 98 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अब तक एक इंच भी आगे न बढ़ पाना इस बात की पुष्टि करता है कि हमारी अपनी सरकारें, जिन्हें लोगों ने विकास को मुख्य रखते चुना,...
गढ़शंकर(शोरी): अंग्रेज हकूमत द्वारा वर्ष 1919 के आसपास चलाई जालंधर-फगवाड़ा-नवांशहर-गढ़शंकर-जेजों-दोआबा रेल का 98 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अब तक एक इंच भी आगे न बढ़ पाना इस बात की पुष्टि करता है कि हमारी अपनी सरकारें, जिन्हें लोगों ने विकास को मुख्य रखते चुना, उनमें बैठे लोग इस तरफ पूर्णतया लापरवाह साबित हुए हैं।
इस रेल मार्ग को होशियारपुर व श्री आनंदपुर साहिब के साथ जोडऩे की समय-समय पर आम लोग मांग उठाते रहे हैं। इस बात की तरफ ध्यान तो क्या देना उल्टा एक बार तो चर्चा यह भी चल पड़ी थी कि नवांशहर से जेजों रेल ट्रैक ही खत्म कर दिया जाए क्योंकि आमदन व यात्री दोनों ही नहीं हैं इस रेल टै्रक पर।
बस की बजाय बहुत सस्ता रेल सफर, पर लोग नहीं करते
गढ़शंकर से जालंधर हर रोज बड़ी गिनती में यात्री बस में सफर करते हैं। इनमें से कोई भी ट्रेन में सफर करना पसंद नहीं करता। वजह है ट्रेन द्वारा बहुत ज्यादा समय लगाना। इस रूट पर बस करीब 90 मिनट में यात्री को मंजिल तक छोड़ देती है जबकि ट्रेन इस सफर को तय करने में 3 घंटे से ज्यादा का समय लेती है। यही वजह है कि ट्रेन में मात्र 25 रुपए में तय होने वाले इस सफर के लिए लोग 60 रुपए की टिकट खर्च करके बस में सफर को पहल देते हैं।
रेलवे इस तरफ दे ध्यान तो बढ़ेगा व्यापार
यदि रेल फगवाड़ा-जेजों रूट तक चलाई जाए तो यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि इस ट्रैक पर कोई और ट्रेन नहीं चलती। इसके चलते सफर बस के अनुपात समय में हो जाएगा व यात्री फगवाड़ा से जालंधर की बस आसानी से ले सकता है। इसके साथ ही गढ़शंकर की मुख्य रेलवे क्रॉसिंग के साथ यदि हाल्ट बना दिया जाए तो गढ़शंकर-नवांशहर दरम्यान सफर करने वाले यात्री इस ट्रेन का फायदा उठा सकते हैं। पर इस सबके लिए स्थानीय नेताओं को काम करना पड़ेगा व रेलवे का ध्यान इस तरफ खींचना पड़ेगा।
रेलवे से लोगों की गुजारिश
गढ़शंकर रेल ट्रैक को होशियारपुर से जोड़ा जाए। गढ़शंकर शहर के बीच पड़ते रेलवे फाटक को चौड़ा किया जाए व वहां आसपास अवैध कब्जे हटवाए जाएं। गढ़शंकर पुलिस स्टेशन के पास बीरमपुर रोड को जाने वाली सड़क पर पड़ती क्रॉसिंग, जोकि कुछ वर्ष पूर्व बंद कर दी गई थी, को पुन: खोला जाए, इससे जब रेलवे फाटक बंद होता है तो दोपहिया वाहन आसानी से गुजरते रहेंगे। रेलवे फाटक के साथ पैदल चलने वालों के लिए रास्ता बनाया जाए, जोकि है नहीं व प्राय: लोग गिर जाते हैं।
क्या-क्या कहते रहे हैं राजनीतिज्ञ
भाजपा से पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना कभी गर्मजोशी से गढ़शंकर-जेजों को श्री आनंदपुर साहिब से जुड़ जाने की बात जनसभाओं में बताते रहे पर जमीनी स्तर पर किसानों के विरोध से सब ठंडे बस्ते में चला गया, पर आम लोग श्री खन्ना से उम्मीद रखते हैं कि वह कुछ करें। कांग्रेस से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू गढ़शंकर-जेजों-ऊना-नंगल से नई दिल्ली तक ट्रेन चलाने की बातें कर गए पर हुआ कुछ नहीं।