Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 10:29 AM
कमिश्नरेट जालंधर की ट्रैफिक पुलिस बसों पर जो कार्रवाई करती है वह मात्र आंखों में धूल झोंकने जैसी साबित हो रही है क्योंकि प्राइवेट ट्रांसपोर्टर्ज की मनमर्जी अभी भी जारी है।
जालंधर (पुनीत) : कमिश्नरेट जालंधर की ट्रैफिक पुलिस बसों पर जो कार्रवाई करती है वह मात्र आंखों में धूल झोंकने जैसी साबित हो रही है क्योंकि प्राइवेट ट्रांसपोर्टर्ज की मनमर्जी अभी भी जारी है। ट्रैफिक पुलिस आनन-फानन में कार्रवाई तो करती है लेकिन कार्रवाई करने के अगले दिन ही धड़ल्ले से नियम टूटते हैं और ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी सामने खड़े रहकर तमाशा देखते हैं। ट्रैफिक पुलिस का एक ही काम नजर आ रहा है, एक दिन सख्ती करो और दूसरे दिन आराम करो।
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बीते रोज भले ही ट्रैफिक पुलिस ने सख्ती करके 16 बसों के चालान किए लेकिन आज फिर से बसें नियमों के विपरीत जाकर सवारियां उठाती हुई देखी गईं। बीते रोज रामा मंडी चौक में 10 चालान हुए थे जबकि आज नियम तोडऩे वाली बसों के ए.एस.आई. लखबीर सिंह ने केवल 2 चालान किए, उनके सामने ही बसें नियमों के विपरीत सवारियां उठाती रहीं लेकिन ट्रैफिक पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही। प्रिंसीपल सैक्रेटरी स्टेट ट्रांसपोर्ट सर्वजीत सिंह ओबराय, डायरैक्टर ट्रांसपोर्ट भूपिन्द्र सिंह राय के आदेशों के बावजूद ट्रांसपोर्ट पॉलिसी लागू नहीं हो पा रही, जिससे साबित होता है कि कांग्रेस सरकार फिसड्डी साबित हो रही है।
10 जुलाई को जालंधर में ट्रांसपोर्ट विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मीटिंग के बाद 14 जुलाई से ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई शुरू की व अब तक 110 से अधिक चालान किए लेकिन उक्त चालान केवल रांग पार्किंग के किए गए, जबकि अधिकारियों ने आर.टी.ए. व डी.टी.ओ. को बसों के परमिट रद्द करने के आदेश दिए थे। इसके विपरीत बसों पर मात्र नाममात्र दिखावा कार्रवाई से यह साबित होता है कि अकाली सरकार की तरह कांग्रेस राज में ट्रांसपोर्टर्ज की मनमर्जी जारी रहेगी। बस स्टैंड के फ्लाईओवर के नीचे आज बसें नियमों का उल्लंघन कर रही थीं जबकि इसके विपरीत नाका लगाकर खड़े ए.एस.आई. बलविंद्र सिंह ने मात्र 3 चालान किए जोकि दिखावा मात्र कार्रवाई साबित होता है। बस स्टैंड के साथ-साथ बी.एस.एफ. चौक में भी बसें बिना किसी परवाह के सवारियां उठाती देखी गईं।