Edited By Updated: 31 Dec, 2016 10:37 AM
ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों में जालंधर के लोगों की दिन-प्रतिदिन बढ़ौतरी हो रही है, जिसके चलते वाहन चलाते समय जालंधर के लोग
जालंधर (सुधीर): ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों में जालंधर के लोगों की दिन-प्रतिदिन बढ़ौतरी हो रही है, जिसके चलते वाहन चलाते समय जालंधर के लोग हैलमेट डालना व अपने पास ड्राइविंग लाइसैंस रखना जरूरी नहीं समझते। इन सब बातों का खुलासा ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों से हुआ है। अगर इन आंकड़ों को देखा जाए तो वर्ष 2014 में ट्रैफिक पुलिस ने कुल 47025 चालान काटे, जिनमें सबसे ज्यादा बिना हैल्मेट के 21169 व बिना लाइसैंस के 10807 चालान थे। इसी तरह वर्ष 2015 में कुल 76550 चालान काटे गए, जिसमें 29305 बिना हैलमेट व बिना लाइसैंस के 5575 चालान थे। इसी तरह अगर 2016 के आंकड़ों परनजर डाली जाए तो कुल चालान 60876 काटे गए, जिनमें 19835 चालान बिना हैल्मेट व 6221 चालान बिना ड्राइविंग लाइसैंस के थे। लोगों की लापरवाही के कारण ही कई लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार बन रहे हैं। वहीं अगर लोग हैल्मेट पहन कर ड्राइविंग करनी शुरू कर दें तो कई लोग सड़क हादसों का शिकार होने से बच सकते हैं।
ट्रैफिक पुलिस के पास न तो राडार हैं और न ही इन्हें खरीदने को फंड
हाई व ओवर स्पीड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास राडार ही नहीं हैं, जिससे वाहनों की स्पीड का पता चल सके। दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि राडार खरीदने के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास फंड नहीं है। बताया जा रहा है कि वाहनों की रफ्तार जांचने के लिए राडार की कीमत करीब 5 से 6 लाख रुपए है, जिस कारण पिछले करीब 3 सालों में ट्रैफिक पुलिस ने ओवर स्पीड वाहनों के मात्र 130 चालान ही काटे है।
बिना सीट बैल्ट व रांग पार्किंग करने में भी है लोग नंबर-1
वहीं दूसरी तरफ अगर ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के रिकार्ड को देखा जाए तो जालंधर निवासी बिना सीट बैल्ट के वाहन चलाने व वाहनों को रांग साइड खड़े करने में भी नंबर 1 हैं, जिसमें पिछले 3 सालों में टै्रफिक पुलिस द्वारा बिना सीट बैल्ट व रांग साइड वाहन खड़े वाहन चालकों से भी जुर्माना वसूला गया है।
OVERSpeed वाहनों से कई लोग हुए हादसों के शिकार
शहर में ओवर स्पीड के चलते कई लोग हादसों का शिकार हो चुके हैं, जबकि कई लोग सड़क पार करते समय भी ओवर स्पीड वाहनों का शिकार होकर अपनी जान गंवा चुके हैं, पर अगर ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो ट्रैफिक पुलिस ने शहर में ओवर स्पीड वाहनों पर शिकंजा नहीं कसा। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि ट्रैफिक पुलिस ने 3 साल में मात्र ओवर स्पीड वाहनों के केवल 130 चालान ही काटे हैं, जिसमें वर्ष 2014 में ओवर स्पीड का पूरे साल कोई चालान ही नहीं काटा गया। अगर वर्ष 2015 के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो सितम्बर माह में केवल 128 चालान व अक्तूबर माह में केवल 2 ओवर स्पीड वाहनों के चालान काटे गए, जिसके बाद अगर वर्ष 2016 के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो 26 दिसम्बर तक ओवर स्पीड का कोई चालान नहीं काटा गया। यही कारण है कि ट्रैफिक पुलिस शहर में ओवर स्पीड पर वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसने में नाकाम दिख रही है, जिस कारण कई लोग हादसों के शिकार हो रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस लगा रही है लगातार जागरूकता कैंप- डी. सुडरविली
दूसरी तरफ नवनियुक्त महिला आई.पी.एस. ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक डी. सुडरविली ने बताया कि उन्होंने ट्रैफिक पुलिस का चार्ज अभी कुछ दिन पहले ही संभाला है। उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगातार जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने शहर के स्कूलों, कालेजों, टैक्सी चालकों व ऑटो चालकों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया है। गत दिवस ही ट्रैफिक पुलिस ने शहर में ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों के चालान काट कर 1 दिन में करीब 88 हजार जुर्माना वसूला है। हैल्मेट पहना खुद की अपनी सेफटी है। लोगों को अपनी सेफटी के लिए हैल्मेट पहनना चाहिए। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा।
3 साल में ट्रैफिक पुलिस ने काटे
वहीं अगर ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो पुलिस ने वर्ष 2014 में करीब 47025 चालान काटे, जबकि डी.टी.ओ. द्वारा 28923 चालान काटे गए। इस तरह कुल संख्या 75948 चालान काट कर ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों से पुलिस विभाग ने 1 करोड़ 55 लाख 8 हजार 100 रुपए जुर्माना वसूला। इसी तरह माननीय अदालत व डी.टी.ओ. द्वारा भी ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों से 1 करोड़ 50 लाख 71 हजार 780 रुपए जुर्माना वसूला गया यानि वर्ष 2014 में ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले लोगों से करीब 3 करोड़ 5 लाख 79 हजार 880 रुपए जुर्माना वसूला गया। अगर वर्ष 2015 के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो वर्ष 2015 में कुल 92909 चालान काटे गए, जिसमें पुलिस विभाग ने ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों से 2 करोड़ 40 लाख 42 हजार 600 रुपए जुर्माना वसूला, जबकि माननीय अदालत व डी.टी.ओ. द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों से 1 करोड़ 9 लाख 40 हजार 550 रुपए जुर्माना वसूला गया। अगर कुल देखा जाए तो 2015 में लोगों से करीब 3 करोड़ 49 लाख 83 हजार 150 रुपए जुर्माना वसूला गया। 2016 में कुल 73 हजार 565 चालान काटे गए, जिसमें पुलिस विभाग द्वारा 1 करोड़ 95 लाख एक सौ रुपए जुर्माना वसूला गया, जबकि डी.टी.ओ. व माननीय अदालत द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों से करीब 95 लाख जुर्माना वसूला गया। कुल मिला कर ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों से 2016 में 2 करोड़ 90 लाख79 हजार एक सौ 80 रुपए जुर्माना वसूला गया।