Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 02:04 PM
नगर की ट्रैफिक पुलिस की दाद देनी पड़ेगी। बिना हैल्मेट दोपहिया वाहन चालकों को दौड़-दौड़ कर पकडऩे वाली ट्रैफिक पुलिस को अपनी आंखों के
लुधियाना (सुरिन्द्र): नगर की ट्रैफिक पुलिस की दाद देनी पड़ेगी। बिना हैल्मेट दोपहिया वाहन चालकों को दौड़-दौड़ कर पकडऩे वाली ट्रैफिक पुलिस को अपनी आंखों के सामने चलते जुगाड़ू बाइक रेहड़े नजर नहीं आते। नगर में अवैध तौर पर चलने वाले बाइक रेहड़ों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, जबकि हाईकोर्ट पहले ही ऐसे जुगाड़ू ढंग से तैयार किए गए वाहनों पर रोक लगा चुकी है।
इन बाइक रेहड़ों का प्रयोग अधिकतर कुल्फी बेचने वाले, कबाडि़ए इत्यादि कर रहे हैं। नगर के प्रमुख चौकों से लेकर हाईवे तक इन बाइक रेहड़ों पर सामान लाद कर इधर से उधर किया जा रहा है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की मुस्तैदी इनके सामने असफल साबित हो रही है। बाइकों को जुगाड़ू तरीके से रेहड़े के तौर पर प्रयोग करने से उन ऑटो वालों की रोजी-रोटी पर भी असर पड़ा है जिन्होंने लाखों रुपए की राशि अदा कर आटो खरीदे हैं और सरकार को हर वर्ष टैक्सों के रूप में हजारों रुपए दे रहे हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव राजीव गुगलानी व गदर लहर के अध्यक्ष डा. वजीर सिंह जस्सल ने पुलिस कमिश्नर से इन जुगाड़ू रेहड़ों पर लगाम लगाने की मांग की है ताकि भविष्य में हादसों से बचाव हो सके व साथ ही ऑटो वालों की रोजी-रोटी भी बची रहे।