Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 11:31 AM
बस्ती अड्डा चौक से जेल चौक तक सड़क किनारे हुए अस्थायी कब्जों के कारण यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा चुकी है जिस कारण उक्त रास्ते
जालंधर(चोपड़ा): बस्ती अड्डा चौक से जेल चौक तक सड़क किनारे हुए अस्थायी कब्जों के कारण यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा चुकी है जिस कारण उक्त रास्ते पर अक्सर ट्रैफिक जाम रहने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। ट्रैफिक पुलिस विभाग ने जेल चौक से पुरानी सब्जी मंडी को जाती सड़क को वन-वे घोषित कर रखा है, वहीं दूसरी तरफ महालक्ष्मी मंदिर को जाती सड़क व चौक के संकरा होने के कारण परेशानी और भी बढ़ जाती है। ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण पुरानी केंद्रीय जेल के समक्ष बैंड-बाजा पार्टियों, रेहड़ी वालों द्वारा किया कब्जा है।
बैंड पार्टियों ने विवाह शादियों में उपयुक्त होने वाले अपने हाथ-चलित दर्जनों वाहनों को वहां पर स्थायी तौर पर पार्क कर रखा है। उक्त वाहनों को केवल मैरीज सीजन में ही हटाया जाता है और प्रोग्राम के उपरांत फिर सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया जाता है। ये हाथ चलित दर्जनों गाडिय़ां विगत महीने से जस की तस खड़ी हैं। अब उल्लेखनीय है कि जेल कपूरथला शिफ्ट हो जाने के बाद इस पुरानी बिल्डिंग को गिरा दिया गया है। उक्त बिल्डिंग के सामने फायरब्रिगेड का कार्यालय है और अब रही कसर फायरब्रिगेड की गाडिय़ां भी पूरी कर रही हैं जोकि अब फायरब्रिगेड कार्यालय की बजाय इसी सड़क पर पार्क की जा रही हैं। बस्ती अड्डा के अंदरूनी इलाकों में अनेकों बाजार हैं जहां दूर-दराज के क्षेत्रों से ग्राहक आते हैं और पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध न होने के कारण अपने वाहन सड़क पर ही आड़े-तिरछे खड़े करके खरीदारी करने को चले जाते हैं।
पहले ही सड़कों पर निरंतर खड़े रहने वाले वाहनों की भरमार के चलते बाजार आने वाले लोग अपनी कारें बीच सड़क पर ही लगा जाते हैं जोकि ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण बनते हैं। यूं तो ट्रैफिक पुलिस ने सड़क के एक किनारे को नो-पार्किंग जोन घोषित करके वहां सफेद लाइन लगाई हुई है परंतु इसके बावजूद मौके के हालात बयां करते हैं कि नगर निगम का तहबाजारी विभाग और ट्रैफिक पुलिस कुम्भकर्णी नींद में सोए हुए हैं।इलाका निवासियों ने कहा कि अगर सड़क किनारे पक्के तौर पर खड़े किए वाहनों को हटाकर वहां पर उचित तरीके से यैलो लाइन लगाई जाए तो दुकानदारों और बाजार में आने वाले लोगों को खासी राहत मिल सकती है और लोगों को पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान मिल जाएगा जिससे ट्रैफिक समस्या का काफी हद तक समाधान हो जाएगा।