Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Aug, 2017 02:51 AM
भारतीय उद्योग व व्यापार मंडल से जुड़े देशभर के व्यापारियों ने एक सुर में जी.एस.टी. के सरलीकरण...
जालंधर(धवन): भारतीय उद्योग व व्यापार मंडल से जुड़े देशभर के व्यापारियों ने एक सुर में जी.एस.टी. के सरलीकरण को लेकर आवाज उठाई है, क्योंकि उनका मानना है कि मौजूदा स्थिति में व्यापार तबाह हो रहा है। मंडल द्वारा आयोजित महासम्मेलन में शाम बिहारी मिश्रा ने कहा कि जी.एस.टी. लागू होने के बाद से व्यापार में स्थिरता आ गई है। पंजाब व्यापार मंडल के महामंत्री सुनील मेहरा, समीर जैन तथा सचिव एल.आर. सोढी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ महासम्मेलन में शामिल हुए।
शाम बिहारी मिश्रा ने कहा कि व्यापारियों से जिस जी.एस.टी. स्वरूप का वायदा किया गया था परन्तु उससे अलग जी.एस.टी. सरकार ने लागू कर दिया है। व्यापारी जी.एस.टी. के विरोधी नहीं परन्तु इसका सरलीकरण चाहता है। कई उपभोक्ता व खाद्य वस्तुओं को जी.एस.टी. की उच्च टैक्स श्रेणी में रखा गया है। कई ऐसी वस्तुएं हैं जिन पर आजादी के बाद पहली बार टैक्स लगाया गया है, इसलिए इसमें तत्काल संशोधन की आवश्यकता है। राष्ट्रीय महामंत्री विजय प्रकाश जैन ने कहा कि वस्तु पर टैक्स की दर जितनी कम होगी सरकार को उतना ज्यादा राजस्व हासिल होगा। जी.एस.टी. में 28 प्रतिशत की दर खत्म की जानी चाहिए।
पंजाब व्यापार मंडल के महामंत्री सुनील मेहरा तथा समीर जैन ने कहा कि जटिल जी.एस.टी. में अधिकारियों को ज्यादा शक्तियां मिल जाएंगी, जिससे व्यापारियों का शोषण होगा। उन्होंने ई-वे बिल व एक महीने में 3 रिटर्न को सिरदर्द करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर जी.एस.टी. कौंसिल द्वारा व्यापारियों की मुश्किलों का समाधान नहीं किया जाता है तो उस स्थिति में व्यापारियों की 9 सितम्बर को हैदराबाद में बैठक होगी, जिसमें व्यापारी अपनी अगली रणनीति तय करेंगे।