Edited By Updated: 22 May, 2017 04:06 PM
अजनाला में दलित परिवार को किए गए अत्याचार के मामले में पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग द्वारा संज्ञान लेते हुए डी.जी.पी लॉ एंड आर्डर व ए.डी.जी.पी क्राईम को तलब किया जा रहा है।
गोराया (मुनीश) : अजनाला में दलित परिवार पर किए गए अत्याचार के मामले में पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग द्वारा संज्ञान लेते हुए डी.जी.पी लॉ एंड आर्डर व ए.डी.जी.पी क्राईम को तलब किया जा रहा है।
उक्त विचार पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन राजेश बाघा ने व्यक्त किए। वे गोराया इलाके के स्कूलों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे जहां उनके साथ एस.डी.एम फिल्लौर अमरजीत बैंस व नायब तहसीलदार गोराया एस.पी सिंह पन्नू भी उपस्थित थे।
इस मौके बाघा ने कहा कि अजनाला मामले की जमीनी हकीकत जानने के लिए एस.सी कमीशन की ओर से पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया जा रहा है जो मौके पर जाकर सारे मामले की जांच करेगा और अपनी रिपोर्ट कमीशन को सौंपेगा ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों के बच्चों को शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक किताबें मुहैया नहीं करवाई गई हैं जोकि विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।
बाघा ने कहा कि उनके ध्यान में यह बात भी आई है कि स्कूलों के अध्यापकों ने अपने स्तर पर बच्चों को पुरानी किताबें उपलब्ध करवाई हैं लेकिन जिन स्कूलों में पिछले साले के मुकाबले ज्यादा बच्चे दाखिल हुए हैं वहां पर नए बच्चों को अभी भी किताबें नहीं मिली हैं और वे बच्चे किताबें शेयर करके पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छुट्टियों से पहले किताबें मुहैया करवाई जाए।