Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 08:19 PM
गरीबी से तंग आकर दो बहनों ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जबकि तीसरी बहन अस्पताल में जीवन और मौत की लड़ाई लड़ रही है। ...
गुरदासपुर(विनोद): गरीबी से तंग आकर दो बहनों ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जबकि तीसरी बहन अस्पताल में जीवन और मौत की लड़ाई लड़ रही है।
सूत्रों के अनुसार गांव बूरेवाला निवासी लियाकत अली जो एक सब्जी विक्रेता है। दस बच्चों का बाप है। लियाकत अली के इन दस बच्चों में से सात लड़कियां व तीन लड़के हैं। इन सभी बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए उसकी आमदन पूरी नहीं पड़ती थी जिस कारण परिवार की तीन बड़ी लड़कियां रजिया (20), सुरैया (18) तथा साफिया (16) का इस गरीबी के कारण अपनी मां के साथ झगड़ा रहता था। गत रात भी इन तीनों लड़कियों का अपनी मां के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। जब झगड़ा हुआ तो तब लियाकत अली घर पर नही था। इस झगड़े के चलते तीनों लड़कियों ने जहर खा लिया। जहर खाने से साफिया की तो मौके पर घर में ही मौत हो गई जबकि अन्य दो रजिया व सुरैया को उनकी मां ने लोगों की मदद से बूरेवाला अस्पताल लेजाया जा रहा था कि रजिया की रास्ते में ही मौत हो गई जबकि सुरैया अभी भी अस्पताल में जीवन-मौत की लड़ाई लड़ रही है।
दूसरी और मदीना कालोनी जहां यह परिवार रहता था के लोगों का कहना है कि यह तीनों लड़कियां तीन लड़कों से प्रेम करती थी और तीनों की इन लड़कों से निकाह करवाना चाहती थी। पंरतु लड़कियों की मां इसके लिए सहमत नहीं थी जिस कारण तीनों बेटियों और मां के बीच झगड़ा रहता था। जबकि लियाकत अली का कहना है कि तीनों लड़कियों ने गरीबी से तंग आकर सल्फास खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त की।