Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 07:56 AM
हैड कांस्टेबल गुरभेज सिंह को मारने के लिए सुपारी किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही एक एन.आर.आई. रिश्तेदार ने दी थी। पुलिस ने सुपारी देने वाले एन.आर.आई. सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सुपारी देने के मामले में एक आरोपी को पुलिस जेल से प्रोडक्शन...
जालंधर (प्रीत): हैड कांस्टेबल गुरभेज सिंह को मारने के लिए सुपारी किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही एक एन.आर.आई. रिश्तेदार ने दी थी। पुलिस ने सुपारी देने वाले एन.आर.आई. सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सुपारी देने के मामले में एक आरोपी को पुलिस जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन सी.आई.ए. स्टाफ के इंस्पैक्टर शिव कुमार की टीम ने 5 सदस्यीय गैंग का पर्दाफाश कर रमनदीप सिंह उर्फ रमना, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, मनदीप कुमार उर्फ जीता, अनिल कुमार उर्फ अजय उर्फ अमना, जतिन्द्र सिंह उर्फ जिन्दा को गिरफ्तार करभारी मात्रा में असला बरामद किया था। एस.एस.पी. भुल्लर ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि इन्होंने फगवाड़ा में तैनात हैड कांस्टेबल गुरभेज सिंह की हत्या के लिए सुपारी भी ली है।
उन्होंने बताया कि इंस्पैक्टर शिव कुमार द्वारा मामले की जांच के दौरान सुपारी देने वाले एन.आर.आई. हरजिन्द्र सिंह उर्फ जिन्दा पुत्र साधू सिंह वासी गांव राजोवाल बिल्गा तथा शशि कुमार पुत्र परसराम वासी राजोवाल को गिरफ्तार किया गया।
एन.आर.आई. को शक था कि उसकी पत्नी के हैड कांस्टेबल के साथ हैं नाजायज संबंध
हरजिन्द्र जिन्दा से पूछताछ में पता चला कि वह करीब 10 साल पहले इंगलैंड गया था। कुछ समय पहले वापस आया। उसे शक था कि उसकी पत्नी के हैड कांस्टेबल गुरभेज सिंह के साथ नाजायज संबंध हैं। गुरभेज सिंह उसका नजदीकी रिश्तेदार है। शक होने पर उसने गुरभेज सिंह को मरवाने के लिए स्कूटर, साइकिल के पंक्चर लगाने वाले शशि कुमार से बात की। शशि ने उसका सम्पर्क अमृतपाल सिंह उर्फ अम्बा तथा पकड़े गए गैंग के सदस्य अमना व रमना से करवाया। गुरभेज सिंह की हत्या का सौदा 2 लाख में हुआ और पेशगी के तौर पर 50,000 रुपए दिए गए थे। जांच के दौरान अमृतपाल उर्फ अम्बा को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है।
रेड हुई तो अम्बा ने किया अदालत में सरैंडर
जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए अम्बा के खिलाफ कई केस दर्ज हैं और वह कई केसों में भगौड़ा भी है। अमना, रमना गैंग की गिरफ्तारी के पश्चात जब अम्बा का नाम सामने आया तो पुलिस टीम ने उसे पकडऩे के लिए कई जगहों पर रेड की। जब अम्बा को पता चला कि पुलिस उसे ढूंढ रही है तो उसने पुलिस से बचने के लिए तुरंत किसी पुराने मामले में अदालत में सरैंडर कर दिया।