Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 08:01 AM
प्रेम संबंधों में रोड़ा अटकाने वाले देवर को मौत के घाट उतारने के आरोप में उसकी भाभी जसपिन्द्र कौर, उसके प्रेमी तरसेम सिंह व उनके साथी मेजर सिंह को ........
अमृतसर (संजीव): प्रेम संबंधों में रोड़ा अटकाने वाले देवर को मौत के घाट उतारने के आरोप में उसकी भाभी जसपिन्द्र कौर, उसके प्रेमी तरसेम सिंह व उनके साथी मेजर सिंह को जिला अमृतसर देहाती की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने योजनाबद्ध ढंग से 24 अगस्त की रात हरजिन्द्र सिंह नीटा की हत्या कर उसके शव को खुर्द-बुर्द करने के लिए डे्रन में फैंक दिया था। पुलिस ने शव को बरामद कर उसका पोस्टमार्टम करवाने के उपरांत अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
यह खुलासा आज जिला अमृतसर देहाती के एस.एस.पी. परमपाल सिंह ने एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान किया। उन्होंने बताया कि थाना लोपोके की पुलिस ने 25 अगस्त को ड्रेन से शव बरामद कर अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज किया था जिसमें पुलिस ने शंका के आधार पर जसपिन्द्र कौर जो मृतक हरजिन्द्र सिंह की भाभी लगती है, को थाने में लाकर पूछताछ शुरू की। जहां से दूसरे आरोपी तरसेम सिंह जो मृतक का सांढू है, को भी थाने लाया गया। दोनों आरोपियों से हुई गहन पूछताछ के उपरांत उन्होंने आपसी संबंधों का खुलासा किया।
जसपिन्द्र कौर का पति सीधा सादा है और मृतक हरजिन्द्र सिंह यह जान गया था कि उसकी भाभी जसपिन्द्र कौर के तरसेम सिंह के साथ अवैध संबंध हैं। कई बार हरजिन्द्र सिंह ने अपनी भाभी को रोका था जिस कारण जसपिन्द्र कौर व उसके प्रेमी तरसेम सिंह ने मिलकर हरजिन्द्र का पत्ता साफ करने की योजना बना दी जिसके लिए जसपिन्द्र कौर ने आरोपियों को अपने जेवर व पैसा दिया ताकि वे हत्या में उसे इस्तेमाल कर सकें।
इस पर तरसेम सिंह ने अपने दोस्त मेजर सिंह को पैसों का लालच देकर अपने साथ मिला लिया और हरजिन्द्र सिंह की हत्या करने की योजना बनाई। 24 अगस्त की रात जब हरजिन्द्र सिंह घर से सामान लेने के लिए निकला तो तरसेम सिंह ने उसे रास्ते में नशीला पदार्थ मिलाकर कोल्ड-ड्रिंक पिलाई और उसके उपरांत तेजधार हथियारों से उसे मौत के घाट उतार दिया।पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने मृतक का मोबाइल व उसका मोटरसाइकिल अलग-अलग स्थानों पर फैंक दिया।
आरोपी कैसे चढ़े पुलिस के हत्थे?
एस.एस.पी. परमपाल सिंह ने बताया कि 24 अगस्त की रात मरने से पहले हरजिन्द्र सिंह ने अपनी पत्नी लखविन्द्र कौर से फोन पर बात की थी। हत्या के उपरांत उसका मोबाइल फोन रिकवर किया गया और उसकी पत्नी के साथ हुई बातचीत की रिकाॄडग सुनाई गई तो हरजिन्द्र सिंह की पत्नी लखविन्द्र कौर ने पीछे से आ रही आवाज को पहचाना और पुलिस को बताया कि यह आरोपी तरसेम सिंह की आवाज है जिस पर पुलिस ने तुरंत आरोपी तरसेम सिंह को हिरासत में ले लिया और पूछताछ के दौरान पूरा मामला बेनकाब हो गया। तरसेम सिंह ने माना कि उसने यह हत्या हरजिन्द्र सिंह की भाभी जसपिन्द्र कौर के कहने पर की थी।