Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 03:21 PM
नगर कौंसिल के अधिकार क्षेत्र में आती सड़कों-गलियों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं, जिला प्रशासन के पास रिकॉर्ड होने के बावजूद अवैध कब्जे नहीं हटाए जा रहे। जिसका कारण आबादी जदीद का......
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): नगर कौंसिल के अधिकार क्षेत्र में आती सड़कों-गलियों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं, जिला प्रशासन के पास रिकॉर्ड होने के बावजूद अवैध कब्जे नहीं हटाए जा रहे। जिसका कारण आबादी जदीद का रिकॉर्ड 110 साल पुरानी उर्दू लिपी में लिखा होना है, जिसे पढऩे वाले कर्मचारी प्रशासन के पास नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार 1912 से पहले खेवट, खतौनी, खसरा, बंदोबस्त व नक्शे सहित सभी दस्तावेज उर्दू पुरानी लिपि में हैं, अब के पटवारी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी शामलाट, परिषद व भारत/पंजाब सरकार व नजूल विभाग जिनमें 6-7 हजार लोगों ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे कर बड़े-बड़े शोरूम निर्माण किए हैं।
आनलाइन किया जाए रिकार्ड: जानकारी के अनुसार तकरीबन 10 हजार लोगों ने सड़क-गलियों के किनारों पर 2-2 फुट के थड़े बनाए हुए है। नैशनल कंज्यूमर अवेयरनैस ग्रुप के जिलाध्यक्ष श्याम लाल गोयल व महासचिव गुरिंदरजीत सिंह बराड़ ने मुख्यमंत्री पंजाब, वित्त कमिश्रर माल, डायरैक्टर लैंड रिकॉर्ड जालंधर, कमिश्रर फिरोजपुर व जिला प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की है कि नगर कौंसिल के अधिकार क्षेत्र में लाल लकीर के अंदर व आबादी जदीद का उर्दू का रिकॉर्ड पंजाबी में अनुवाद करके ऑनलाइन कर सार्वजनिक किया जाए।
नगर कौंसिल को रखना होता है रिकार्ड
नियमों के अनुसार नगर कौंसिल ने अपने अधिकार क्षेत्र में पड़ती सभी सड़कों व जायदाद की मालिकी का रिकॉर्ड रखना होता है। मुक्तसर शहर को अमरूट शहर का दर्जा प्राप्त है, जिस अधीन शहर की जी.आई.एस. मैपिंग करवाना जरूरी है, क्योंकि हर सरकारी सड़क की जमीनी चौड़ाई का रिकॉर्ड नहीं है तो वह नक्शा पास करने वाले अवैध कब्जा न होने की एन.ओ.सी. कैसे जारी करते हैं।
इस अवसर पर बलदेव सिंह बेदी, भंवर लाल शर्मा, सुभाष चगती, सुदर्शन सिडाना, गोङ्क्षबद दाबड़ा, काला सिंह बेदी, चौधरी अमींचंद, परमजीत कमला, ओम प्रकाश वलेचा व प्रदीप दुग्गल आदि उपस्थित थे।