Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 10:17 AM
गुरुद्वारा छोटा घल्लूघारा साहिब छम्ब में गत समय दौरान घटित घटनाओं व गुरुद्वारा ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष मास्टर जौहर सिंह पर हुए हमले के बाद शिरोमणि अकाली दल यूनाईटिड के अध्यक्ष व प्रादेशिक पदाधिकारियों व क्षेत्र के गण्यमान्यों की मीटिंग गुरुद्वारा...
काहनूवान/गुरदासपुर(विनोद, सुनील): गुरुद्वारा छोटा घल्लूघारा साहिब छम्ब में गत समय दौरान घटित घटनाओं व गुरुद्वारा ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष मास्टर जौहर सिंह पर हुए हमले के बाद शिरोमणि अकाली दल यूनाईटिड के अध्यक्ष व प्रादेशिक पदाधिकारियों व क्षेत्र के गण्यमान्यों की मीटिंग गुरुद्वारा घल्लूघारा साहिब में हुई जिसमें यूनाईटिड अकाली दल के अध्यक्ष भाई मोहकम सिंह, महासचिव सतनाम सिंह मुनावा व भाई गुरदीप सिंह बठिंडा विशेष तौर पर उपस्थित हुए। उक्त नेताओं ने गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्ट सदस्यों व मास्टर जौहर सिंह के समर्थकों के साथ गुरुद्वारा साहिब में वर्तमान परिस्थितियों बारे विचार-विमर्श किया।
इसके उपरांत आयोजित प्रैस कॉन्फ्रैंस दौरान दल के अध्यक्ष भाई मोहकम सिंह ने कहा कि गत दिनों गुरुद्वारा ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष जौहर सिंह पर किया गया हमला अकेले मास्टर जौहर सिंह पर नहीं बल्कि पूरे दल का मनोबल तोडऩे हेतु किया गया था। उन्होंने कहा कि यह हमला शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल व उसके साथी नेताओं द्वारा योजनाबद्ध ढंग से करवाया गया। उन्होंने कहा कि उनका दल शिरोमणि अकाली दल की प्रत्येक वंगार को कबूलेगा। भविष्य में किसी भी हमले की कार्रवाई का जवाब ईंट की बजाय पत्थर से दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस मामले में जिला पुलिस प्रशासन भी कहीं न कहीं जिम्मेदार है, जो ऐसी परिस्थितियों में भी मास्टर जौहर सिंह की सुरक्षा करने में असफल रहा है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए दल के पदाधिकारी गुरदीप सिंह बङ्क्षठडा ने कहा कि सरबत खालसा द्वारा नकारे गए जत्थेदार किसी भी सिख को किसी किस्म की सजा देने का अधिकार नहीं रखते। उन्होंने कहा कि आज भी समूह विश्व के सिख ज्ञानी गुरबचन सिंह व शिरोमणि अकाली दल के नेताओं व बादल परिवार को सौदा साध का समर्थक मानते हैं। इसी बादल की शिरोमणि कमेटी तथा जत्थेदारों द्वारा 1 करोड़ रु. के करीब इश्तिहार देकर सौदा साध को सिख मामलों में बरी किया गया था।
उन्होंने कहा कि सरबत खालसा द्वारा लगाए गए सिंह साहिबान ही सिखों के मामलों का समाधान करने का अधिकार रखते हैं। उन्होंने कहा कि सिख कौम को किसी भी दुविधा में पडऩे की जरूरत नहीं है क्योंकि सरबत खालसा वाले सिंह साहिबान ही कौम का नेतृत्व कर रहे हैं।