Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 12:38 PM
धर्मकोट के दरियाई क्षेत्र में एक ऐसा भी गांव है, जहां सरकारी मिडिल स्कूल में पिछले 5 सालों से एक ही अध्यापक के सहारे एक स्कूल चल रहा था। जानकारी के अनुसार इस मिडिल स्कूल में 3 कक्षाओं के 67 बच्चों को एक अध्यापक अकेला ही देख रहा था। यहां तक की...
मोगाः धर्मकोट के दरियाई क्षेत्र में एक ऐसा भी गांव है, जहां सरकारी मिडिल स्कूल में पिछले 5 सालों से एक ही अध्यापक के सहारे एक स्कूल चल रहा था। जानकारी के अनुसार इस मिडिल स्कूल में 3 कक्षाओं के 67 बच्चों को एक अध्यापक अकेला ही देख रहा था। यहां तक की चपड़ासी का काम भी उसे ही करना पड़ता था।
एक समाचार पत्र में प्रकाशन के बाद अब शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में 3 और अध्यापक डेपुटेशन पर भेज दिए हैं। जिसके चलते इस स्कूल के बच्चों को अब 4 अध्यापक पढ़ाएंगे। इस बात की पुष्टि करते डी.ई.ओ. ने बताया कि इस स्कूल में अब सोशल स्टडी, पंजाबी तथा पी.टी.आई. अध्यापक को भी तैनात कर दिया है। शिक्षाविभाग ने यह फैसला लिया था कि इस स्कूल में 3 और अध्यापक डेपुटेशन पर भेजने हैं। डी.ई.ओ. सेकेंडरी गुरदर्शन सिंह बराड़ ने बताया कि इस स्कूल में पंजाबी के शशिपाल सिंह, सोशल स्टडी के जगतार सिंह व पी.टी.आई. शीला देवी को डेपुटेशन पर लगा दिया गया है।
जबकि साइंस अध्यापक नवप्रीत कुमार पहले ही अकेले छठी, सातवीं तथा आठवीं के बच्चों को पढ़ा रहा था। बताने योग्य यह है कि अब अगर किसी अध्यापक को अमर्जेंसी छुट्टी लेनी भी पड़ जाए तो स्कूल को ताला नहीं लगेगा। हैरानी की बात है यह कि पिछले 10 साल इस क्षेत्र के विधायक सीनियर अकाली नेता जत्थेदार तोता सिंह रहे हैं, जो कभी अकाली-भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। विधायक सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ का कहना था कि जल्द ही राज्य की आर्थिक स्थिति को पटड़ी पर लाकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इसका हल निकालेंगे। लेकिन इससे पहले ही शिक्षा विभाग ने अपना डेपुटेशन रद्द करने का फैसला पलट कर 3 अध्यापकों को इस स्कूल में भेजने का फैसला ले लिया है।