Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jun, 2017 05:07 PM
पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद 16 मार्च को कैप्टन अमरेंद्र सिंह समेत 10 मंत्रियों ने शपथ ली थी परन्तु अब कैप्टन के पहले मंत्रीमंडल के विस्तार पर 5 जुलाई के बाद आखिरी मोहर लग सकती है।
चंडीगढ़: पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद 16 मार्च को कैप्टन अमरेंद्र सिंह समेत 10 मंत्रियों ने शपथ ली थी परन्तु अब कैप्टन के पहले मंत्रीमंडल के विस्तार पर 5 जुलाई के बाद आखिरी मोहर लग सकती है।
डेढ़ माह से चल रही मंत्रीमंडल विस्तार की कवायद के चलते मामला दो बार लटक चुका है । पहले 28 जून को मंत्रीमंडल के विस्तार पर रणनीति तय की गई थी। कांग्रेस उपाध्याक्ष राहुल गाधी दो जुलाई को विदेश दौरे से लौट रहे हैं। उनके लौटने के बाद मुख्यमंत्री की उनके साथ मुलाकात लगभग तय है। इस मीटिंग में मंत्रीमंडल के विस्तार पर अंतिम मोहर लग सकती है।
पहले मंत्रीमंडल विस्तार की तैयारी विधानसभा सैशन से पहले तय की गई थी परन्तु रेत खनन विवाद के चलते सरकार ने मामला स्थगित कर दिया। सूत्रों सिंह ने राहुल के साथ विचार करके छह नामों पर मोहर भी लगवा ली है। इनमें गिद्दड़बाहा से दो बार चुनाव जीत चुके अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग, दलित कोटे से राज कुमार वेरका, अमृतसर सैंट्रल से पांच बार चुनाव जीतने वाले ओ. पी. सोनी, कैप्टन के करीबी गुरूहरिसहाय के विधायक राणा सोढी, डेरा बाबा नानक से तीन बार जीत चुके सुखजिन्दर सिंह रंधावा और लुधियाना से चार बार चुनाव जीतने वाले राकेश पांडे के नाम शामिल हैं।