Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 04:14 AM
ए.डी.जी.पी. (जेल) गौरव यादव ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल जेल में मोबाइल सहित अन्य वर्जित...
लुधियाना(स्याल): ए.डी.जी.पी. (जेल) गौरव यादव ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल जेल में मोबाइल सहित अन्य वर्जित सामान पहुंचने पर पूर्ण रोक लगाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके तहत वह कई कदम भी उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने मोबाइल फोन मिलने को लेकर सुर्खियों में आई लुधियाना की जेल में विशेष सर्च अभियान चलाने की हिदायतें जारी कर रखी हैं, जिसके चलते जुलाई माह में 2 बड़े सर्च अभियानों के अलावा बैरकों में औचक चैकिंग भी जारी है। वहीं अब उनके निर्देशानुसार जेल में 15 और नई ‘प्रिजन कॉल सिस्टम’ मशीनें लगाई जा रही हैं। उनका मामना है कि अगर बंदियों को जेल में ही खुले रूप से फोन पर अपने परिजनों व अन्य रिश्तेदारों से बात करने को मिलेगी तो मोबाइल फोन मिलने की घटनाएं कम होंगी।
जेल सुपरिंटैंडैंट एस.पी. खन्ना ने बताया कि बंदी पैसे चुका कर प्रतिदिन इन मशीनों से परिजनों व अन्य रिश्तेदारों के साथ 5 मिनट तक बात कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें पहले 50 रुपए जमा करवाकर प्री-कार्ड लेना होता है। वहीं जिन बंदियों के पास पैसे नहीं होते, उन्हें जेल वैल्फेयर फंड से पैसे उपलब्ध करवाए जाते हैं, ताकि वे भी अपने परिजनों से बात कर सकें। खन्ना ने बताया कि नई प्रिजन कॉल मशीनें लगाने का जेल विभाग का यही मकसद है कि बंदी चोरी-छिपे मोबाइल फोन से बात करने की बजाय आसानी से खुलेआम प्रिजन कॉल के जरिए बात कर पाएं, जिससे जेल में मोबाइल फोन आने बंद होने की पूरी संभावना बनेगी।
उन्होंने बताया कि जेल में मोबाइल फोन सहित अन्य वॢजत सामान न पहुंचे, इसके लिए जेल परिसर से लेकर अंदर बैरकों तक सी.सी.टी.वी. रनिंग में हैं। वहीं जेद गार्द, पैस्को, होमगार्ड, आई.आर.बी. के अलावा पंजाब पुलिस भी सख्त पहरा दे रही है। सुरक्षा टीम की मुस्तैदी के चलते अब हर किसी को पूरी तलाशी के बाद ही जेल परिसर में दाखिल होने दिया जा रहा है। खन्ना ने बताया कि अब अगर किसी बंदी के पास मोबाइल फोन मिलता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उसे अन्य जेल में भी शिफ्ट किया जा सकता है।
खन्ना ने सुनीं बंदियों की समस्याएं
इसी दौरान सुपरिंटैंडैंट ने प्री-मैच्योर रिहाई व पैरोल संबंधी बंदियों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने बंदियों को अपनी समस्याएं लिखकर देने हेतु एक फार्म भी दिया। साथ ही मोबाइल फोन छुपाकर खुद को और गिराने की बजाय प्रिजन कॉल को महत्ता देने संबंधी जागरूक किया।
6 बंदियों को भेजा दूसरे जिलों की जेलों में
खन्ना ने बताया कि नशा तस्करी के आरोप में लुधियाना की सैंट्रल जेल में बंद 6 बंदियों को उनकी गलत गतिविधियों के चलते जेल विभाग ने राज्य की अन्य जेलों में शिफ्ट कर दिया है। इनके खिलाफ खतरनाक गतिविधियों को अंजाम देने की कथित तौर पर कई शिकायतें मिलीं, जिसके बाद उक्त कार्रवाई की गई।