Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 10:15 PM
पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंद्र सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल बादल के सीनियर नेता और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ....
पटियाला(जोसन): पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंद्र सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल बादल के सीनियर नेता और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सुच्चा सिंह लंगाह जो अपनी काली करतूतों के कारण आज पूरे समाज की नजरों से गिर गया है और जिसका सिक्खी के समूचे आदर्शों अनुसार अब सिख भाईचारे में कोई स्थान नहीं रह गया, को अकाल तख्त जैसे पवित्र स्थान पर तलब करने की कोई तुक ही नहीं बनता है और न ही किसी सिख संस्था या सिख जत्थेबंदी को ऐसी मांग करनी चाहिए।
बीर दविंद्र सिंह ने कहा कि दुख तो इस बात का है कि शिरोमणि अकाली दल (बादल) के प्रतिनिधि मालिक ‘बादल परिवार’ ने कैसे-कैसे लोगों का चयन करके शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी सिक्खों की सिरमौर संस्था में चुनकर भेजा है। अब तो अकाल तख्त को चाहिए कि ‘पांचों सिख तख्तों’ की देखरेख में एक ऐसी परीक्षक कमेटी का गठन किया जाए जो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी सिक्खों की सिरमौर संस्था में घुसपैठ कर धर्म के मुखौटे पहन कर कुकर्म करते हैं, ऐसे तत्वों की पहचान की जाए और परिणाम स्वरूप उन्हें गुरुद्वारा प्रबंध में से तुरंत प्रभाव से हटाया जाए।
प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल को तुरंत अकाल तख्त साहिब पर तलब करके लंगाह जैसे लोगों को सिख धर्म स्थानों और गुरुद्वारा प्रबंधों पर थोपने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए तथा सिख मर्यादा अनुसार अकाल तख्त द्वारा ‘तनखहिया’ घोषित किया जाए। बीर दविंद्र सिंह ने कहा कि चाहिए तो यह कि अगर बादलों के मन में इसे लेकर रत्ती भर भी एहसास जागा हो और उनके जमीर ने उन्हें फटकारा हो, तो दोनों पिता-पुत्र खुद ही अकाल तख्त साहिब आगे पेश होकर सिख कौम से माफी मांगे।