Edited By Updated: 23 Jan, 2017 03:36 PM
सर्दी का मौसम आते ही दिल के रोगियों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार सर्दी के मौसम में होने वाली मौतों में अकेले हार्ट अटैक से ही 20 प्रतिशत तक मृत्यु हो जाती है।
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): सर्दी का मौसम आते ही दिल के रोगियों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार सर्दी के मौसम में होने वाली मौतों में अकेले हार्ट अटैक से ही 20 प्रतिशत तक मृत्यु हो जाती है। भारत में तो इसकी स्थिति और भी विकट है। दुनिया में हार्ट रोगियों की कुल संख्या का 60 प्रतिशत मरीज भारत में मौजूद हैं। डाक्टरों के अनुसार अल सुबह के समय में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि इस समय रात को खाए गए खाने के सभी खनिज लवण शरीर में पहुंच जाते हैं। रात को अधिक वसायुक्त खाया गया खाना हानिकारक होता है।
हार्ट अटैक की वजह
मौसम में बढ़ी ठंड के कारण नसें सामान्य आकार से सिकुडऩा शुरू हो जाती हैं। सर्दी के मौसम में नसों में खून का बहाव कम हो जाता है तथा ज्यादा वसायुक्त खाना खाने से नसों पर प्रभाव पड़ता है जिससे खून का बहाव ठीक तरह से नहीं हो पाता।
लाइफ स्टाइल में बदलाव
तेजी से रूटीन के कार्यों में हो रहे बदलाव के कारण युवा आराम परस्त हो गए हैं, जिस कारण व शारीरिक कसरत और अन्य क्रियाकलाप नहीं कर पाते। शरीर को जरूरत से ज्यादा आराम देने से नसों में चिकनाई जमा हो जाती है जिससे खून के बहाव में रुकावट आती है जिसके कारण दिल के अन्य भागों में खून नहीं पहुंच पाता और हार्ट सही तरह से काम करना बंद कर देता है जिससे अटैक आ जाता है।
क्या कहते हैं चिकित्सक
दिल के रोगों के माहिर डा. मनप्रीत सिद्धू ने कहा कि दिल के रोगियों को सर्दी के मौसम में सावधानी रखने की जरूरत है। वह कहते हैं कि अगर कोई भी परेशानी हो तो तुरंत प्रभाव से डाक्टर की राय लेनी चाहिए
अलसुबह न करें सैर
चिकित्सकों के अनुसार सर्दी के मौसम में अलसुबह की गई सैर हानिकारक हो सकती है इसलिए सुबह 7 बजे के बाद ही सैर की जाए तो ज्यादा बेहतर होगा। जो लोग सुबह 5 बजे सैर को जाते हैं उन्हें सर्दी के मौसम में अपने रूटीन में बदलाव की जरूरत है। अधिक मात्रा में जंक फूड खाने से शरीर को घातक परिणाम भुगतने पड़ते हैं। जंक फूड को पचाने के लिए काफी देर तक कसरत करनी चाहिए लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाने के कारण हार्ट के लिए नुक्सानदायक है।
पारम्परिक सोच में बदलाव की जरूरत
आम जनमानस की सोच है कि सर्दी के मौसम में खाना खाने के अलावा अन्य वसा वाली चीजें खाने से ठंड नहीं लगती। ऐसी सोच के साथ लोग सर्दी में देसी घी से बने पारंपरिक व्यंजनों का सेवन करते हैं जो दिल की धमनियों में अवरोध पैदा करता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।