Edited By Updated: 24 Jan, 2017 11:34 AM
जिला स्तरीय अस्पताल परिसर में पिछले लंबे अरसे से चल रहे नर्सिंग व मल्टीपर्पज ट्रेनिंग स्कूल के प्रिंसीपल द्वारा यहां पढ़ती छात्राओं व तैनात दर्जा चार मुलाजिमों के साथ सही व्यवहार न करने के कई मामले सामने आए हैं।
मोगा (संदीप): जिला स्तरीय अस्पताल परिसर में पिछले लंबे अरसे से चल रहे नर्सिंग व मल्टीपर्पज ट्रेनिंग स्कूल के प्रिंसीपल द्वारा यहां पढ़ती छात्राओं व तैनात दर्जा चार मुलाजिमों के साथ सही व्यवहार न करने के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में यहां के जूनियर छात्राओं से होस्टल के कमरों के बैडों के पुराने गद्दों के फटे कवरों को बदलने के लिए प्रिंसीपल द्वारा धक्केशाही करते हुए नए कवर खरीदने के नाम पर उगाही की गई थी।
इसको देखते हुए वहां तैनात एक दर्जा चार कर्मचारी द्वारा छात्राओं की रजामंदी से इस धक्केशाही के खिलाफ कदम उठाया गया था। कर्मचारी बलदेव सिंह द्वारा समूह पीड़ित छात्राओं के हस्ताक्षर करवा कर शिकायत पत्र सिविल सर्जन मोगा डा. नरेन्द्र सिंह तथा SMO डा. अरविंद्र पाल सिंह गिल को दिया गया था। छात्राओं से हो रही इस धक्केशाही को ‘पंजाब केसरी’ द्वारा 21 जनवरी के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था।
इस दौरान नर्सिंग स्कूल की प्रिंसीपल सुरेन्द्र कौर ने उस पर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा कि छात्राओं से पैसे एकत्र कर खरीदे गए कवरों को कोर्स पूरा करने के बाद छात्राओं को अपने-अपने घरों में ले जाने की बात कही थी। दूसरी तरफ सिविल सर्जन डा. नरेन्द्र सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के लिए एक जांच कमेटी भी गठित कर दी थी। ‘पंजाब केसरी’ द्वारा प्रकाशित खबर के बाद प्रिंसीपल ने छात्राओं से एकत्र किए पैसे उनको वापस कर दिए।