Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 02:31 PM
‘पुत्र मिठड़े मेवे रब सब नू देवे’ की कहावत अनुसार गांव भैणी फत्ता के एक गरीब मजदूर के घर भगवान ने जब यह मेवा दिया तो घर में खुशी का माहौल छा गया परंतु यह खुशी उस समय आधी रह गई जब फरीदकोट मैडीकल कालेज के डाक्टर ने उक्त बच्चे के दोनों गुर्दे फेल हो...
बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): ‘पुत्र मिठड़े मेवे रब सब नू देवे’ की कहावत अनुसार गांव भैणी फत्ता के एक गरीब मजदूर के घर भगवान ने जब यह मेवा दिया तो घर में खुशी का माहौल छा गया परंतु यह खुशी उस समय आधी रह गई जब फरीदकोट मैडीकल कालेज के डाक्टर ने उक्त बच्चे के दोनों गुर्दे फेल हो जाने की पुष्टि की।
महंगा इलाज होने से यह गरीब परिवार नन्हे बाल का इलाज करवाने के लिए सरकार व समाज सेवी संस्थाओं से अपील करके आर्थिक सहायता की मांग कर रहा है। महेन्द्र सिंह पुत्र सुखदेव सिंह व उसकी पत्नी सिमरजीत कौर ने पत्रकारों से बात करते कहा कि वह एक दिहाड़ीदार है व इलाज के लिए 3 लाख रुपए की जरूरत है लेकिन दिहाड़ीदार होने कारण उसके परिवार द्वारा राशि एकत्र करनी संभव नहीं।