Edited By Updated: 28 Mar, 2017 11:53 AM
पी.ए.पी. चौक में हुए दर्दनाक हादसे में मां सहित 2 बच्चों की मौके पर मौत हो गई थी। इस हादसे का कारण बजरी का ओवरलोडिड ट्राला बना था। ट्राले में क्षमता से ज्यादा बजरी थी।
जालंधरःपी.ए.पी. चौक में हुए दर्दनाक हादसे में मां सहित 2 बच्चों की मौके पर मौत हो गई थी। इस हादसे का कारण बजरी का ओवरलोडिड ट्राला बना था। ट्राले में क्षमता से ज्यादा बजरी थी। जांच में पता चला है कि चालक ने 700 फुट क्षमता वाले टिप्पर की ऊंचाई बढ़ाकर 1000 फुट कर ली थी। इसके साथ ट्राले की बॉडी 2.6 फुट बढ़ाई गई थी,जिससे ज्यादा बजरी ढोई जा सके।
वहीं हाईवे पर रात को रोशनी की कमी,पी.ए.पी. चौक में ट्रैफिक,निर्माधीन पुलों का कंस्ट्रकशन मेटीरियल सड़को का बिखरा होना आदि भी हादसे का कारण बनाहै। इस संबंधी अॉटोमोबाइल एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनी द्वारा पास किए गए ढांचे के साथ छेड़खानी करने पर गाड़ी का बैलेंस गड़बड़ाता है। इसी के चलते हादसे बढ़ते हैं। कंपनी के डिजाइन से छेड़छाड़ रूकनी चाहिए।वहीं ट्रैफिक के मद्देनजर पी.ए.पी चौक पर फ्लाईओवर जल्द बनना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि रविवार कार में एक ही परिवार के 4 लोग सवार थे जो कि जालंधर से फगवाड़ा के आदर्श नगर स्थित अपने घर जा रहे थे।पठानकोट बाईपास की तरफ से फगवाड़ा की तरफ जा रहा बजरी से लदा ट्राला पी.ए.पी. चौक के नजदीक अपने आगे जा रही कार पर पलट गया।कार चालक हरनेक सिंह तलवाड़ पुत्र भाग सिंह ट्राला पलटते ही कार से तुरन्त बाहर निकल गया, जिसके चलते वह बाल-बाल बच गया जबकि उसकी पत्नी हरजोत कौर, बेटी आलीसा तलवाड़ व बेटा पाहुल तलवाड़ के कार में बुरी तरह फंस जाने के कारण उन्हें बड़ी मशक्कत से बाहर निकाला गया। उन्हें अस्पताल पहुंचाने पर डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया था।