मुलाजिमों की कमी से जूझ रहा यह पावरकॉम विभाग का कार्यालय

Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Sep, 2017 11:35 AM

the office of the powercom department dealing with the shortage of children

स्थानीय मंडी में पावरकॉम विभाग का जो कार्यालय चल रहा है, वह अनेक सुविधाओं से वंचित पड़ा है। असल में अगर देखा जाए तो संबंधित विभाग व पंजाब सरकार ने उक्त कार्यालय को अनदेखा ही किया हुआ है व इससे सौतेला सलूक किया जा रहा है।

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): स्थानीय मंडी में पावरकॉम विभाग का जो कार्यालय चल रहा है, वह अनेक सुविधाओं से वंचित पड़ा है। असल में अगर देखा जाए तो संबंधित विभाग व पंजाब सरकार ने उक्त कार्यालय को अनदेखा ही किया हुआ है व इससे सौतेला सलूक किया जा रहा है।

सुबह पंजाब केसरी द्वारा उक्त कार्यालय का दौरा कर यह विशेष रिपोर्ट तैयार की गई है। जिससे पता चला है कि न तो कार्यालय में काम करने वाले मुलाजिमों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं व न ही काम-धंधा करवाने आए खपतकारों को कोई सुविधा मिलती है। इस कार्यालय में मुलाजिमों की बड़ी कमी अखर रही है। जिस कारण समूचे कामकाज पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि कार्यालयी काम चलाने के लिए सिर्फ 2-3 मुलाजिम ही काम कर रहे थे।

पता चलता है कि वैसे कागजों में इस कार्यालय में मुलाजिमों के 63 पद मंजूर हैं परंतु इस समय सिर्फ 12 मुलाजिम ही हैं। एस.डी.ओ. गुरमीत सिंह ने बताया कि जे.ई. के 4 पद हैं परंतु इस समय 3 खाली हैं व एक जे.ई. काम कर रहा है। लाइनमैनों के 20 पदों में से 14 खाली पड़े हैं जबकि सहायक लाइनमैनों के 32 पदों में सिर्फ 2 ही भरे हैं। इसी तरह एल.डी.सी. का एक ही पद खाली पड़ा है। सेवादार व चौकीदारों के पद खाली हैं। बिल बांटने वाला भी नहीं है व कैशियर पक्के तौर पर नहीं, ठेके पर रखा हुआ है। कार्यालय के पास सरकारी गाड़ी भी नहीं है। कार्यालय में यू.डी.सी. के एक पद पर मुलाजिम काम संभाल रहा है। 

13 गांव हैं कार्यालय के अधीन
पावरकॉम के लक्खेवाली कार्यालय अधीन इस क्षेत्र के 13 गांव आते हैं, जिनमें मंडी लक्खेवाली, गांव लक्खेवाली, भागसर, गंधड़, सम्मेवाली, नंदगढ़, रत्ताखेड़ा, खुडंज, चक खुडंज, रोहीवाला, रोड़ावाली, तेलूपुरा व हलीमवाला आदि शामिल हैं। 

बिजली के कनैक्शनों में हुई भारी बढ़ौतरी
गत 25 वर्षों के मुकाबले इस क्षेत्र में घरेलू, ट्यूबवैल, दुकानों व वर्कशॉपों के बिजली कनैक्शन में बढ़ौतरी हो चुकी है। काम ज्यादा बढ़ गया है परंतु कर्मचारियों की कमी है, जिस कारण जब बारिश अंधेरी के कारण लाइन बंद हो जाती है तो फिर बिजली की सप्लाई बहाल करने के लिए समय अधिक लग जाता है। देरी हो जाती है तो लोग शोर मचाते हैं परंतु कर्मचारी क्या करें।

कंडम हो चुकी है कार्यालय की इमारत
सबसे बड़ी कमी कार्यालय की इमारत में मिलती है, जो कंडम हो चुकी है व बड़े खतरे को देखते एक कमरे को तो पक्के तौर पर ही ताला लगा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि इस कार्यालय की अपनी सरकारी इमारत तो अभी तक बनाई ही नहीं गई व 25 वर्ष पहले 1992 में बिजली बोर्ड के ग्रिड में ही कार्यालय बनाया गया था, जो आज तक यहीं चल रहा है। कमरों की दीवारें व छतें खराब हो रही हैं। सरकार को तुरंत उक्त कार्यालय के लिए सरकारी इमारत बनाने की जरूरत है ताकि मुलाजिम व इस कार्यालय में आने-जाने वाले लोगों को सुविधा मिल सके।


पूरे पंजाब में एक ही सब-कार्यालय
हैरानी वाली बात है कि पंजाब के 22 जिलों में कहीं भी पावरकॉम विभाग का सब-कार्यालय नहीं है व सब डिवीजनें ही हैं परंतु लक्खेवाली मंडी में ही विभाग द्वारा सब-कार्यालय चलाया जा रहा है। इसको सब डिवीजन का दर्जा देना चाहिए। 


रुल रही हैं फाइलें
बुरी व कंडम हुई इमारत के कारण उक्त कार्यालय में पड़ी फाइलें भी मिट्टी में मिल रही हैं क्योंकि फाइलें रखने के लिए अलमारियां आदि नहीं हैं। दीवारों पर सीलन आई हुई है और यहां पड़ा कागज पत्र खराब भी हो सकता है। 

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