Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 12:31 AM
बीते दिनों दीनानगर की रिहायशी कालोनी कृष्णा एन्क्लेव में एक महिला अंजु बाला पत्नी सुभाष चन्द्र की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझाकर महिला के पति के भतीजे को गिरफ्तार करने में सफलता प्रा...
गुरदासपुर/दीनानगर(विनोद, दीपक, कपूर): बीते दिनों दीनानगर की रिहायशी कालोनी कृष्णा एन्क्लेव में एक महिला अंजु बाला पत्नी सुभाष चन्द्र की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझाकर महिला के पति के भतीजे को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की जबकि उसके एक साथी को अभी पुलिस ने पूछताछ करके छोड़ दिया है। यह प्रकटावा जिला पुलिस अधीक्षक हरचरण सिंह भुल्लर ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया।इस मौके पर उनके साथ पुलिस अधीक्षक इन्वैस्टीगेशन हरविन्द्र सिंह संधू, डी.एस.पी. अजयराज सिंह, दीनानगर पुलिस स्टेशन इंचार्ज अशोक कुमार आदि भी थे।
जिला पुलिस अधीक्षक भुल्लर ने बताया कि 1 नवम्बर को दीनानगर के कृष्णा एन्क्लेव रिहायशी इलाके में सीमा सुरक्षा बल के जवान सुभाष चन्द्र की पत्नी अंजु बाला की हत्या हो गई थी। इस हत्या संबंधी जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई, क्योंकि इस अंधे कत्ल का सुराग नहीं मिल रहा था। इसमें पुलिस अधीक्षक इन्वैस्टीगेशन हरविंद्र सिंह संधू,वरुण शर्मा ए.एस.पी. दीनानगर, अजयराज सिंह डी.एस.पी. इन्वैस्टीगेशन, इंस्पैक्टर अशोक कुमार इंचार्ज दीनानगर पुलिस स्टेशन तथा इंचार्ज सी.आई.ए. स्टाफ गुरदासपुर शामिल किए गए थे।
उन्होंने कहा कि मृतका का पति सुभाष चन्द्र हत्या से एक दिन पहले ही छुट्टी काट कर वापस अपनी ड्यूटी पर कलकत्ता गया था। जब हत्या का मामला सामने आया तो पुलिस ने पहली ही नजर में यह शंका जाहिर की थी कि अंजु की हत्या लूटमार के लिए की गई है, परंतु जांच टीम ने विभिन्न पहलुओं पर जांच करके पाया कि हत्या के पीछे सुभाष चन्द्र के भतीजे अनिल कुमार उर्फ बब्बू का हाथ है जिस पर उसे पूछताछ के लिए लाया गया। जब हत्या हुई थी तो यही अनिल कुमार मौके पर पुलिस से काफी सहयोग करता रहा तथा ऐसा लगता था कि हत्या किसने की है, की जानकारी उसे नहीं है, परंतु जैसे ही जांच टीम ने उसकी छाती तथा चेहरे पर लगे नाखुनों के निशानों बारे पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
एस.एस.पी. भुल्लर ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह हत्या वाले दिन लगभग दोपहर 1.00 बजे अपने चाचा सुभाष चन्द्र के घर अपने एक दोस्त राकेश कुमार के साथ आया था। अपने दोस्त राकेश कुमार को घर से कुछ दूरी पर मोटरसाइकिल सहित खड़ा करके वह चाचा के घर चला गया। वहां चाची अंजु बाला घर में अकेली थी जिस कारण उसकी नीयत खराब हो गई तथा आरोपी ने चाची के साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। आरोपी ने स्वीकार किया कि चाची अंजु के विरोध करने पर उससे हाथापाई भी हुई तथा अंजु द्वारा डट कर विरोध करने पर उसने पहले अंजु के सिर पर हथौड़ी से वार किया तथा उसके बाद कैंची से अंजु के शरीर पर 7 वार कर उसे मरा हुआ समझ चला गया।
एस.एस.पी. के अनुसार अनिल कुमार अंजु बाला को मरा हुआ समझ अंजु बाला के पर्स से लगभग 15,000 रुपए निकाल कर घर से बाहर आ गया। उसके कपड़े खून से रंगे होने के कारण उसके दोस्त राकेश द्वारा पूछे जाने पर अनिल ने कहा कि वह चाची का काम तमाम करके आया है। एस.एस.पी. के अनुसार उसके बाद अनिल ने अपने कपड़े बदले तथा खून से सने कपड़े शहर के बाहर एक पुल के नीचे फैंक दिए। उसके बाद अंजु के बच्चों द्वारा अपनी मां को घायल देख कर जब पड़ोसियों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया तो वहां अंजु की मौत हो गई। आरोपी अनिल कुमार अपनी चाची की हत्या के बाद मौके पर फिर कपड़े बदल कर आ पहुंचा, जिस कारण प्रथम चरण में उस पर शक नहीं हुआ।
एस.एस.पी. ने बताया कि आरोपी अनिल कुमार ने अपने दोस्त राकेश कुमार का मुंह बंद करने के लिए लूटी गई राशि में से 800 रुपए का एक मोबाइल लेकर दिया था जो बरामद कर लिया गया है। राकेश कुमार का अभी हत्या में सीधा हाथ न होने के कारण उसे छोड़ दिया गया है। यदि अनिल कुमार से पूछताछ में राकेश कुमार की कही संलिप्तता पाई गई तो उसके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अनिल कुमार नशों का आदी है। लूटी गई राशि से वह नशों की पूॢत करना चाहता था। आरोपी प्लम्बर का काम करता है।