Edited By Updated: 26 Mar, 2017 01:54 PM
सरबत खालसा द्वारा स्थापित किए गए तख्त श्री केसगढ़ साहिब के ‘मुतवाजी’ जत्थेदार अमरीक सिंह अजनाला और सत्कार कमेटी के मैंबर गुरबाणी और सिख इतिहास की व्याख्या के मामले पर उपजे ताजा विवाद को लेकर संत रणजीत सिंह ढडरियां वालों के साथ बातचीत करने के लिए...
पटियाला(स.ह.) : सरबत खालसा द्वारा स्थापित किए गए तख्त श्री केसगढ़ साहिब के ‘मुतवाजी’ जत्थेदार अमरीक सिंह अजनाला और सत्कार कमेटी के मैंबर गुरबाणी और सिख इतिहास की व्याख्या के मामले पर उपजे ताजा विवाद को लेकर संत रणजीत सिंह ढडरियां वालों के साथ बातचीत करने के लिए उनके हैडक्वार्टर गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार पहुंच गए। ढडरियां वालों के खिलाफ पहुंचे ऐसे जत्थे बारे जैसे ही भनक जिला प्रशासन को मिली तो बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई।
अमरीक सिंह अजनाला ने संत ढडरियां वालों की तरफ से अपने दीवानों के दौरान सिख धर्म और इतिहास बारे सही जानकारी न देने का आरोप लगाया। ऐसे माहौल दौरान एस.पी.एच. सुखदेव सिंह विर्क द्वारा फोन के जरिए दोनों गुट के बीच बातचीत करवाने के बाद तय हुआ कि अगले दिनों में दोनों गुटों के पांच सिंह साहिबान संयुक्त बैठक करके मसले को सुलझाने का प्रयत्न करेंगे। एस.पी. विर्क ने बताया कि उन्होंने दोनों गुटों की अगली बातचीत का प्रोग्राम तय करवाया है। उन्होंने बताया कि भाई ढडरियां वाले आज बाहर नकोदर इलाके की तरफ दीवान पर गए हुए थे। अजनाला ने बताया कि प्रशासन ने उनकी बातचीत 27 मार्च को करवानी तय करवाई है।
इस मामले संबंधी भाई ढडरियां वालों के साथ संपर्क नहीं हो सका परंतु उनके पी.ए. कुलदीप सिंह ने बताया कि अजनाला दर्जनों साथियों समेत 10 बजे ही गुरुद्वारा साहिब के गेट से एक तरफ हट कर बैठ गए थे और प्रशासन की मध्यस्थता के बाद बाद दोपहर ही वापस लौटे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाई ढडरियां वाले पंथक मर्यादा पर ही प्रचार कर रहे हैं, जो आरोप लगे हैं वे सभी गलत और किसी बहकावे का हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि भाई ढडरियां वाले नकोदर दीवान पर गए हुए हैं।