Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 01:38 PM
पंजाब में पराली जलाने के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं, अपने प्यारे पंजाब को पराली के पर्यावरण से बचाने के लिए कपूरथला का युवक गुरविंदर सिंह बोपाराय आगे आया है। जानकारी के अनुसार गुरविंदर ने कहा है कि वह अपने खर्चे पर किसानों को औजार मुहैया...
कपूरथलाः पंजाब में पराली जलाने के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं, अपने प्यारे पंजाब को पराली के पर्यावरण से बचाने के लिए कपूरथला का युवक गुरविंदर सिंह बोपाराय आगे आया है।
जानकारी के अनुसार गुरविंदर ने कहा है कि वह अपने खर्चे पर किसानों को औजार मुहैया करवाएगा जिसकी मदद से वह आसानी से पराली निकाल सकेंगे। बिना किसी सरकारी सहायता के बोपाराय की यह सेवा लोगों के लिए मसीहा बन गई है। अब कई लोगो उसके पास औजार खरीदने जाते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि एक तो इससे किसानों को पैसे नहीं खर्च करने पड़ते और दूसरे किसानों में पर्यावरण खत्म करने की भी इच्छाशक्ति बढ़ती ही जा रही है।
गुरविंदर ने कुछ साल पहले 12 लाख खर्च करके किराए पर चलाने के लिए मल्चर व पलटे हल लिए थे। पराली से निपटने से लाचार किसानों को देखकर उसने अपनी सोच बदल दी, उसने समझा कि पराली जलाने का मुख्य कारण पैसों की तंगी है। तब से वह अकेले ही इस अभियान पर निकल पड़ा। अब वह बड़े से बड़े किसानों को भी बिना पैसे वसूली के सामान उपलब्ध करवाता है।
गुरविंदर का कहना है कि किसान ट्रैक्टर में ड़ीजल खुद ही डालते हैं, किंतु जिन किसानो के पास कम जमीन है अथवा आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं बोपाराय उनको भी ड़ीजल दे देते हैं। गुरविंदर अब तक 40 किसानों को यह सामान उपलब्ध करवा चुके हैं।