Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 02:06 PM
मां चिंतपूर्णी के दरबार में हर साल सावन माह में लगने वाले विशाल मेले हेतु लाखों श्रद्धालु दिन-रात वाया फगवाड़ा-होशियारपुर होते हुए मां जी के दर्शनों हेतु दिन-रात निकलते हैं, जिसके तहत जहां एक तरफ शहर व पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों की धार्मिक व सामाजिक...
फगवाड़ा (मुकेश): मां चिंतपूर्णी के दरबार में हर साल सावन माह में लगने वाले विशाल मेले हेतु लाखों श्रद्धालु दिन-रात वाया फगवाड़ा-होशियारपुर होते हुए मां जी के दर्शनों हेतु दिन-रात निकलते हैं, जिसके तहत जहां एक तरफ शहर व पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों की धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं ने लंगरों के अलावा विभिन्न प्रकार के समाजसेवी प्रोजैक्ट करने की तैयारियां कर रखी हैं। वहीं फगवाड़ा प्रशासन की ढीली कार्यशैली के चलते शहर निवासियों के अलावा होशियारपुर, मां चिंतपूर्णी व विभिन्न देवी-देवताओं के दर्शनों हेतु आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के मन में खौफ भी व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार होशियारपुर-चिंतपूर्णी मार्ग पर चेताने के बावजूद न तो स्ट्रीट लाइटों की मुरम्मत पुल के दोनों ओर नगर निगम विभाग ने करवाई है और न ही होशियारपुर रोड के समीप का चौराहा जहां से एक सड़क कमला नेहरू कालेज फॉर वूमैन (पलाही रोड) तो दूसरी तरफ निम्मावाला चौक को जाती है, के बीचों-बीच के चौराहे की मुरम्मत का कार्य आरम्भ हुआ। ऐसा नहीं कि प्रशासनिक अधिकारियों व शहर की विभिन्न पार्टियों के नेताओं को इस घातक गड्ढे की जानकारी नहीं है? वे अवश्य इस सड़क से आंखें मूंद कर निकल जाते हैं।
श्रद्धालुओं या राहगीरों के साथ दुर्घटना होने का खतरा
समय रहते प्रशासन के इस गड्ढे की मुरम्मत के अलावा स्ट्रीट लाइटों की मुरम्मत अतिशीघ्र न करवाई तो आने वाले समय में श्रद्धालुओं या राहगीरों के साथ कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है या फिर गम्भीर रूप से दुर्घटना का शिकार होकर बुरी तरह से घायल हो सकता है। क्या प्रशासन इस बात के इंतजार में है कि उक्त चौक में कोई सड़क दुर्घटना हो और वे तभी कुम्भकर्णी नींद से जागें। स्मरण रहे कि उक्त चौक रोजाना हजारों स्कूली व कालेज के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने के दृष्टिïगत काफी संभलकर बचते-बचाते निकलते हैं।
युवा पीढ़ी विशेषकर बुद्धिजीवी वर्ग इस बात से काफी चिंतित तो है कि वह मन ही मन सोचता है कि ऐसी गम्भीर समस्या प्रशासन व विभिन्न पार्टियों के नेतागण हल क्यों नहीं करवाते हैं। इस मामले पर जब नगर निगम विभाग के कमिश्नर दविन्द्र कुमार से बात हुई तो उन्होंने भी माना कि समस्या काफी गम्भीर है। इसलिए इस समस्या का हल अतिशीघ्र करवाने के सख्त आदेश जल्द जारी करेंगे।