Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Aug, 2017 10:40 AM
फगवाड़ा में कुत्तों के बाद अब आवारा बंदर लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बन गए हैं। आलम यह है कि फगवाड़ा के बाहरी इलाकों में रहते लोगों में बंदरों की इतनी दहशत है कि वे उन्हें देखकर ही सहम जाते हैं। इतना ही नहीं बंदर प्राय: लोगों के घरों की छतों व...
फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा में कुत्तों के बाद अब आवारा बंदर लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बन गए हैं। आलम यह है कि फगवाड़ा के बाहरी इलाकों में रहते लोगों में बंदरों की इतनी दहशत है कि वे उन्हें देखकर ही सहम जाते हैं। इतना ही नहीं बंदर प्राय: लोगों के घरों की छतों व खुले प्रांगण में पड़ा सामान तक उठा कर ले जाते हैं।
कई मौकों पर बंदरों द्वारा लोगों को रोकने पर काटे जाने का भी समाचार मिला है। इस दौरान फगवाड़ा सिविल अस्पताल में एक महिला को बंदर के काटने के पश्चात इलाज हेतु लाया गया है। पीड़िता जिसकी पहचान ललिता बेरी पत्नी मोती लाल वासी शिवपुरी है, का उपचार सरकारी डाक्टरों द्वारा किया जा रहा है। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
वन विभाग बना मूकदर्शक
वहीं हालात का गंभीर पहलू यह है कि शहरी व ग्रामीण इलाकों में घूम रहे उक्त आवारा बंदरों को पकडऩे हेतु वन विभाग की टीम मूकदर्शक बनी हुई है और कुछ भी नहीं कर रही है जबकि विभाग को लोगों द्वारा कई बार सूचित किया जा चुका है।