Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 11:14 AM
ऑप्रेशन मेघदूत और कारगिल युद्ध में जान दाव पर लगाकर देश के लिए लडऩे वाले एक पूर्व सैनिक द्वारा अपने बेटे के साथ हुई ठगी को लेकर पिछले लम्बे समय से प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई जा रही है, लेकिन उसे अब तक निराशा ही हाथ लगी है। अब उक्त पूर्व सैनिक ने...
पठानकोट(आदित्य, कंवल, शारदा): ऑप्रेशन मेघदूत और कारगिल युद्ध में जान दाव पर लगाकर देश के लिए लडऩे वाले एक पूर्व सैनिक द्वारा अपने बेटे के साथ हुई ठगी को लेकर पिछले लम्बे समय से प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई जा रही है, लेकिन उसे अब तक निराशा ही हाथ लगी है। अब उक्त पूर्व सैनिक ने पठानकोट में पिछले 2 दिनों से धरना दे रखा है।
जिला होशियारपुर के उच्ची बस्सी निवासी पूर्व सैनिक जगदीश चंद्र, जो ऑप्रेशन मेघदूत और कारगिल युद्ध में दुश्मनों से जंग लड़ते हुए देश की जीत में योगदान दे चुके हैं लेकिन आज वह खुद अपने ही देश के सिस्टम से हार गए हैं। जगदीश के मुताबिक ट्रैवल एजैंट की ठगी से तो वह परेशान हैं ही, ऊपर से पुलिस प्रशासन की ओर से कोई सहयोग न मिलने के चलते उनकी मुसीबतें और भी बढ़ गई हैं। जगदीश चंद्र ने बताया कि पठानकोट के एक एजैंट ने उसके बेटे रोहित सिंह को वर्क परमिट वीजा पर एक वर्ष हेतु सिंगापुर भेजा था जिसके ऐवज में उनसे 2 लाख 25 हजार रुपए लिए गए, लेकिन उनके साथ धोखा किया गया। उसके बेटे को ट्रैवल वीजा पर भेजा गया था जिसका पता उन्हें 3 महीने बाद चला जब उसके बेटे को 3 महीने बाद ही इंडिया वापस आना पड़ा।
जगदीश ने बताया कि उसके बेटे के वापस आने पर उन्होंने ट्रैवल एजैंट से पैसे वापस देने की मांग की लेकिन वह आनाकानी करने लगा। इसके बाद उन्होंने फरवरी 2017 में एस.एस.पी. को आरोपी के खिलाफ शिकायत दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मौके पर पहुंचे वार्ड पार्षद योगेश ठाकुर ने भी जगदीश को इंसाफ देने की मांग की। पूर्व सैनिक ने बताया कि इस बीच उसे ट्रैवल एजैंट से 30,000 का चैक मिला लेकिन वह भी बाऊंस हो गया। इसके बाद भी आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वहीं ट्रैवल एजैंट घर पर मौजूद न होने के कारण मौके पर थाना डिवीजन नं. 2 के प्रभारी देवेंद्र प्रकाश ने एजैंट से फोन पर बात कर उसे थाने बुलाया और जगदीश को इंसाफ का आश्वासन देकर वहां से भेज दिया।पहले भी कई लोग कर चुके हैं ठगी की शिकायतगौरतलब है कि उक्त ट्रैवल एजैंट के खिलाफ जिला पठानकोट, होशियारपुर के साथ-साथ हिमाचल और जे.एंड के. समेत कई क्षेत्रों के लोग स्थानीय पुलिस को ठगी की शिकायतें दे चुके हैं।
इसी साल के मार्च महीने में विभिन्न क्षेत्रों के करीब 15 लोगों ने जिला पुलिस को उक्त ट्रैवल एजैंट के खिलाफ 50 लाख से अधिक की ठगी करने की शिकायत दी थी। जगदीश 2 दिन ट्रैवल एजैंट के घर के बाहर अकेले ही धरने पर बैठ रहे। मामला गरमाता देख शनिवार को स्थानीय पुलिस ने आश्वासन देकर जैसे-तैसे जगदीश को वहां से उठा दिया। पुलिस इंसाफ करने का आश्वासन तो दे रही है लेकिन धरने से पहले जगदीश को इंसाफ क्यों नहीं मिला, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी
उक्त मामले को लेकर शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर विक्की ने थाने में जाकर पूर्व सैनिक को सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 12 घंटे के भीतर उक्त पूर्व सैनिक को इंसाफ नहीं मिला तो परिषद पूर्व सैनिकों को साथ लेकर पूर्व सैनिक के साथ ही भूख हड़ताल पर बैठ जाएगी।