Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 01:20 PM
पंजाब सरकार की ओर से गौरक्षा नीति बनाकर गौधन की देखभाल की बातें करने के साथ-साथ शहर में खुली गौशाला के संचालकों की ओर गौधन की देखभाल के लिए किए जा रहे प्रयत्नों के बावजूद मोगा जिले में हजारों बेसहारा पशुओं की भरमार लोगों के लिए बड़ी सिर दर्दी बनी...
मोगा (आजाद): पंजाब सरकार की ओर से गौरक्षा नीति बनाकर गौधन की देखभाल की बातें करने के साथ-साथ शहर में खुली गौशाला के संचालकों की ओर गौधन की देखभाल के लिए किए जा रहे प्रयत्नों के बावजूद मोगा जिले में हजारों बेसहारा पशुओं की भरमार लोगों के लिए बड़ी सिर दर्दी बनी हुई है।
रोजाना इन आवारा घूम रहे पशुओं के कारण कोई न कोई हादसा होता रहता है। जानकारी के अनुसार शहर की नई दाना मंडी, पुरानी दाना मंडी, न्यू टाऊन, जवाहर नगर, मेन बाजार, रामगंज मंडी, दुन्नेके, लंडेके के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाकों के अलावा गांवों में भी पशुओं के झुंड आम देखे जा सकते हैं। इन आवारा पशुओं ने पिछले 7 दिनों में एक महिला समेत 3 व्यक्तियों की जान ले ली।
जानकारी के अनुसार गुरतेज सिंह (33) जो 3 बेटियों का पिता था, गत 18 सितम्बर को दशहरा ग्राऊंड में से प्लाइवुड की फैक्टरी में काम खत्म करके अपने मोटरसाइकिल पर वापस गांव घल्लकलां जा रहा था, जब वह गांव दुन्नेके पहुंचा, तो सड़क के बीच आवारा सांड लड़ रहे थे। गुरतेज सिंह उनकी चपेट में आ गया तथा बुरी तरह से घायल हो गया जिसको सिविल अस्पताल मोगा में दाखिल करवाया गया।
डाक्टरों ने उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसे मैडीकल कालेज फरीदकोट रैफर किया, जहां उसने आज दम तोड़ दिया। थाना सदर मोगा के सहायक थानेदार जसपाल सिंह ने बताया कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। मृतक के भाई दलजीत सिंह पुत्र बलविन्द्र सिंह के बयानों पर अ.ध. 174 की कार्रवाई की गई है तथा लाश को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले किया जाएगा।