Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jan, 2018 05:00 PM
युवा देश की ताकत हैं। वही देश को अच्छी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ा सकते हैं, लेकिन पूरे भारत में इस समय नशे की चपेट में आकर युवा अपनी शक्ति को क्षीण कर रहे हैं। युवाओं को खेलकूद का नशा करना चाहिए, ताकि वे एक काबिल नागरिक बन कर देश की सेवा कर सकें। खेलकूद...
अमृतसर(सुमीत, नवदीप): युवा देश की ताकत हैं। वही देश को अच्छी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ा सकते हैं, लेकिन पूरे भारत में इस समय नशे की चपेट में आकर युवा अपनी शक्ति को क्षीण कर रहे हैं। युवाओं को खेलकूद का नशा करना चाहिए, ताकि वे एक काबिल नागरिक बन कर देश की सेवा कर सकें। खेलकूद का नशा युवाओं को उन्नति दिला सकता है। उक्त शब्द डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. के मशहूर रैसलर द ग्रेट खली ने कहे। वह गुरु नगरी में पहुंचे खली उर्फ दलीप सिंह ने मीडिया के सामने खुल कर बात की।
खली ने कहा कि वह अमरीका गए और वहां जाकर रैसलिंग सीखी तथा देश के नाम का डंका अमरीका की सरजमीं पर बजाकर भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि और भी युवा रैसङ्क्षलग सीख कर देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि सरकार से अभी तक उनको कोई मदद नहीं मिल रही है। उनका लक्ष्य केवल युवाओं को प्रोत्साहित करना है। खली ने कहा कि उनकी अकादमी में काफी बच्चे आकर रैसङ्क्षलग के गुर सीखते हैं। वह चाहते तो रैसङ्क्षलग के बल पर विदेश में रह कर बाकी का जीवन व्यतीत कर सकते थे, लेकिन उन्होंने देश प्रेम किया है, इसलिए वह वापस आए और बच्चों को रैसलिंग सिखाने लगे।
उन्होंने कहा कि भारत में केवल एक ही खेल लोकप्रिय बना है जिसका नुक्सान अन्य खेलों को उठाना पड़ता है। सभी खेल एक समान हैं, बाकी खेलों को भी वैसा ही सम्मान मिलना चाहिए। अभी भी हमारे देश में खेलों को सही इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं मिल पाता है जिसके कारण खिलाडिय़ों को अपना घर छोड़ दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। खली ने कहा कि आज के समय में युवाओं को एक नई दिशा देने की जरूरत है, जिससे वे खेलों को अपना सहारा बना कर अपना, अपने माता-पिता और देश का नाम रोशन कर सकें।