Edited By Updated: 01 Apr, 2017 09:35 AM
ऐप्रिल फूल बनाया, तो उनको गुस्सा आया, मेरा क्या कसूर, जमाने का कसूर जिसने दस्तूर बनाया.... देश-विदेश में 1 अप्रैल को मनाया जाने
जालंधर (शीतल जोशी): ऐप्रिल फूल बनाया, तो उनको गुस्सा आया, मेरा क्या कसूर, जमाने का कसूर जिसने दस्तूर बनाया.... देश-विदेश में 1 अप्रैल को मनाया जाने वाला ‘अप्रैल फूल डे’ कहीं आपको भी आज मूर्ख साबित न कर दे। यह एक ऐसा दिन है जब अपने प्रिय भाई-बहन, दोस्तों और रिश्तेदारों को मूर्ख साबित करने का आधिकारिक अवसर प्राप्त होता है। हर कोई अपने खास प्रियजनों को मूर्ख बनाने के लिए नए-नए आइडिया सोचता है। जब मूर्ख बनाने की युक्ति सही साबित हो जाए तो जोर से ठहाकों के बीच मूर्ख बनने वाले व्यक्ति की मूर्खता पर सारा वर्ष ही खूब मजाक बनाया जाता है।
मूर्ख बनाए, पर दिल न दुखाएं
जब बात अप्रैल फूल बनाने की हो तो हर कोई ऐसी प्लानिंग करना चाहता है जिससे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को ऐसे मूर्ख बनाए कि उस मजाक को साल भर याद रखा जाए। अगर आप भी इस दिन को मनाने की सोच रहे हैं तो यह भी ध्यान में रखें कि आपके द्वारा दूसरों को मूर्ख बनाने के चक्कर में कहीं किसी का दिल न टूट जाए। उन्हीं लोगों से मजाक करें जो उस मजाक को सहन कर पाएं। अनजाने में किसी का दिल दुखाने से बचें।
कैसे बनाएं मूर्ख
किसी को मूर्ख बनाना कोई आसान काम नहीं है। अगर आप किसी को मूर्ख बनाने की सोच रहे हैं तो पहले यह जान लें कि जिसको आप मूर्ख बनाने जा रहे हो वह कहीं आपको ही तो मूर्ख बनाने की नहीं सोच रहा। अपने हमउम्र के लोगों को मजाक में झूठ बोलकर, फिल्म की पुरानी टिकट देकर, किसी पार्टी का झूठ में न्यौता देकर, खाली बाक्स को गिफ्ट के रूप में पैक करके भेजकर इत्यादि मजाक करके मूर्ख बना सकते हैं। इस खास दिन पर किसी को मूर्ख बनाने से पहले यह भी ध्यान रखें कि दूसरों से वैसा ही मजाक करें जो सहनीय हो। कहीं झूठ में किया गया मजाक आप पर ही भारी न पड़ जाए।