Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jun, 2017 07:45 AM
शहर में मानसून की पहली बरसात से जहां किसानों के चेहरे खिल उठे वहीं इसने सीवरेज की व्यवस्था ठीक न होने के कारण शहर वासियों को परेशानी में डाल दिया। आज लगभग 4 एम.एम. बारिश रिकार्ड की गई। बरसात के कारण कच्चा कालेज रोड, रामबाग रोड, सेखा रोड, जंडा वाला...
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): शहर में मानसून की पहली बरसात से जहां किसानों के चेहरे खिल उठे वहीं इसने सीवरेज की व्यवस्था ठीक न होने के कारण शहर वासियों को परेशानी में डाल दिया। आज लगभग 4 एम.एम. बारिश रिकार्ड की गई। बरसात के कारण कच्चा कालेज रोड, रामबाग रोड, सेखा रोड, जंडा वाला रोड में पानी भर गया। खास कर स्लम एरिया के लोगों को गलियों में पानी भरने के कारण भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। यहां तक कि एस.डी.एम. का कार्यालय भी पानी से भर गया।
जिस कारण अष्टाम फरोशों व आसपास के दुकानदारों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ी। सुबह हुई एक घंटे की बरसात ने नगर कौंसिल धनौला के घटिया प्रबंधों की पोल खोलकर रख दी है। मंडी में मेन बाजार, गुरुद्वारा नामसर रोड, डाकघर रोड, जैदा पत्ती, छन्ना रोड के अतिरिक्त मंडी में ऐसा कोई भी स्थान नहीं बचा जहां बरसात से पानी न भरा हो। सीवरेज की सफाई न होने के कारण निकासी पानी गलियों-नालियों में भी रुका रहता है। भले ही नगर कौंसिल धनौला की ओर से निकासी पानी निकालने के लिए मोटरों को लगाया गया है परंतु ज्यादा पानी खींचने के कारण वह भी अधर में ही रुक जाती हैंं।
नगर कौंसिल के अधिकारी व कर्मचारी सब कुछ जानने के बावजूद मूकदर्शक बने बैठे हैं। और तो और सफाई कर्मचारी मंडी के सफाई प्रबंधों की ओर भी कम ही ध्यान देते हैं। जिससे जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर भी बारिश के पानी से नालियों में बहकर आ जाते हैं और पूरा सिस्टम बंद होकर रह जाता है। आज की तेज बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली परंतु बारिश से लोगों के घरों में भी पानी चले जाने से उनका नुक्सान हुआ। धनौला वासियों ने डी.सी. बरनाला से मांग की कि नगर कौंसिल के अधिकारियों व कर्मचारियों को सफाई प्रबंधों के बारे में सख्ती से कहा जाए ताकि वे समय पर सफाई प्रबंधों को यकीनी बनाएं।
शहर में दवाई का भी नहीं किया गया छिड़काव
बरसात के मौसम को देखते हुए शहर में मच्छर-मक्खियां मारने के लिए दवाई का छिड़काव करना भी जरूरी है। न तो सेहत विभाग की ओर से व न ही नगर कौंसिल की ओर से शहर में मक्खी-मच्छरों को मारने के लिए दवाई का छिड़काव किया गया।