Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 11:26 AM
दसूहा क्षेत्र में आग की घटनाएं सबसे अधिक होने करके नगर कौंसिल दसूहा में फायर टैंडर की मांग गत 10 वर्ष से क्षेत्र के किसान तथा व्यापारी कर रहे हैं लेकिन गत 7 माह पहले 35 लाख रुपया खर्च के उस समय की सरकार द्वारा दसूहा नगर को फायर टैंडर दिया गया और...
दसूहा (झावर): दसूहा क्षेत्र में आग की घटनाएं सबसे अधिक होने करके नगर कौंसिल दसूहा में फायर टैंडर की मांग गत 10 वर्ष से क्षेत्र के किसान तथा व्यापारी कर रहे हैं लेकिन गत 7 माह पहले 35 लाख रुपया खर्च के उस समय की सरकार द्वारा दसूहा नगर को फायर टैंडर दिया गया और फायर ब्रिगेड सैंटर चलाने हेतु 16 मुलाजिमों को रखने की मंजूरी भी दी गई थी।
भर्ती से संबंधित बेरोजगारों का बयान
भर्ती प्रक्रिया में जो सिलैक्शन कमेटी द्वारा 16 मुलाजिम रखने हेतु नगर कौंसिल को नाम दिए गए इन मुलाजिमों को नियुक्ति पत्र न मिलने कारण इन बेरोजगारों ने माननीय हाईकोर्ट में रिट डाल दी है कि जब सरकार द्वारा उनको रखने की मंजूरी दी गई तो फिर उनको नियुक्ति पत्र क्यों नहीं दिए गए।
क्या कहते हैं नगर कौंसिल के प्रधान
इस संबंध में जब नगर कौंसिल प्रधान डा. हरसिमरत सिंह साही से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि 16 मुलाजिमों को रखने हेतु लोकल बाडीज के डायरैक्टर द्वारा एस.डी.एम. दसूहा, डी.एस.पी. दसूहा, ई.ओ. दसूहा, ए.डी.सी. का नुमाइंदा तथा अन्य सदस्यों की कमेटी गठित की गई। चुनाव अनुसार इस भर्ती प्रक्रिया पर फिजीकल टैस्ट की वीडियो रिकाॄडग भी की गई लेकिन चुनाव जाब्ता लगने कारण चुनाव प्रक्रिया मुकम्मल नहीं हो सकी। इस संबंधी सरकार बनने के बाद संबंधित डायरैक्टर द्वारा इस चुनाव प्रक्रिया पर अमल करते हुए मंजूरी भी दे दी। इसके बाद एक अन्य लोकल बाडीज विभाग के अधिकारी ने इस चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी और फायर टैंडर को चालू करने की प्रक्रिया सियासत की भेंट चढ़ गई।
क्या कहते हैं नगर कौंसिल के वाइस प्रधान
नगर कौंसिल के वाइस प्रधान कर्मवीर सिंह घुम्मण से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया नगर कौंसिल पार्षदों द्वारा प्रस्ताव पारित करके 16 मुलाजिमों को रखने हेतु उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया लेकिन इसके बाद ही रोक लगाई गई। समूह पार्षद चाहते हैं कि लोकहितों को देखते हुए फायर टैंडर शीघ्र शुरू किया जाए।