Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 10:43 PM
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा दिए गए बयान पर सख्त आपत्ति व्यक्त की है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह को सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि वह बताएं कि मुख्यमंत्री वह हैं या...
चंडीगढ़(भुल्लर): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा दिए गए बयान पर सख्त आपत्ति व्यक्त की है।
कैप्टन अमरेंद्र सिंह को सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि वह बताएं कि मुख्यमंत्री वह हैं या जाखड़। जिक्रयोग्य है कि पिछले दिनों डी.आई.जी. स्तर के अधिकारी ने अकाली दल की अन्य मांगें मंजूर करने के साथ ही उन पर दर्ज केसों में से धारा 307 को हटाने का ऐलान किया था परंतु पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ने नवजोत सिंह सिद्धू की मौजूदगी में प्रैस कांफ्रैंस करके इसके विपरीत घोषणा की कि अकालियों के खिलाफ लगी धारा 307 नहीं हटाई जाएगी।
सुखबीर बादल ने पार्टी प्रधान की घोषणा पर सख्त रोष प्रकट करते हुए सोमवार को राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर से मिलने के समय भी यह मामला उठाते हुए कहा कि ऐसा बयान राज्य के डी.जी.पी. ही दे सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लग रहा है कि इस समय जाखड़ ही मुख्यमंत्री के स्थान पर कार्य रहे हैं एवं पुलिस उनके कहने पर ही काम कर रही है। कांग्रेसी विधायक एवं पूर्व विधायक ही पुलिस अधिकारियों को सीधे निर्देश देकर विरोधियों पर केस दर्ज करवा रहे हैं।
सुखबीर ने नैशनल हाईवे जाम करने की कार्रवाई को जायज बताते हुए कहा कि शांतमयी तरीके से रोष प्रकट करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है एवं केस दर्ज करके अब सरकार उनका यह अधिकार छीन रही है। मुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को रद्द करते हुए सुखबीर ने कहा कि हमने कोई कानून नहीं तोड़ा बल्कि नामांकनों के समय अकालियों पर हमले करवा कर खुद कैप्टन सरकार ने कानून तोड़ा है जिसके सबूतों के वीडियो मौजूद हैं।