Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Sep, 2017 10:28 AM
गवर्नमैंट स्कूल टीचर्ज यूनियन ने सिंचाई विभाग कार्यालय के पार्क में अध्यापक दिवस के संबंध में पंजाब सरकार को जमकर कोसा। यूनियन के नेतृत्व में इकट्ठे हुए सैंकड़ों अध्यापकों ने सरकार के विरुद्ध रोष प्रकट करते हुए वायदा खिलाफी का आरोप लगाया।
अमृतसर(दलजीत): गवर्नमैंट स्कूल टीचर्ज यूनियन ने सिंचाई विभाग कार्यालय के पार्क में अध्यापक दिवस के संबंध में पंजाब सरकार को जमकर कोसा। यूनियन के नेतृत्व में इकट्ठे हुए सैंकड़ों अध्यापकों ने सरकार के विरुद्ध रोष प्रकट करते हुए वायदा खिलाफी का आरोप लगाया।
यूनियन के नेता बलकार सिंह वल्टोहा ने कहा कि अध्यापक दिवस की महत्ता तभी है अगर समाज में काम करता हरेक अध्यापक आर्थिक और शैक्षिक माहौल के पक्ष से पूरी तरह संतुष्ट हो। सरकार की ढिलमुल के कारण एस.एस.ए./रमसा प्रोजैक्ट अधीन भर्ती किए प्राइमरी और सैकेंडरी अध्यापक चाहे वे सोसाइटियों या कम्पनियों के अधीन ही क्यों न हों, उन्हें विभाग ने सख्त मेहनत करने के बावजूद रैगुलर नहीं किया।
गलत नीतियों के कारण अध्यापकों पर पुरानी पैंशन स्कीम लागू नहीं की जा रही है। एक तरफ सरकार अध्यापक दिवस पर अध्यापकों को सम्मान देने की बात कर रही है, दूसरी तरफ उनका आर्थिक और मानसिक शोषण कर रही है। उन्होंने मांग की कि छठे पे-कमीशन की कार्रवाई सम्पन्न कर पे-स्केल सुधारे जाएं, रैशनेलाइजेशन 2011 की नीति अनुसार की जाए, विभाग के डी.डी.ओज. की वित्तीय और अन्य शक्तियां जारी रखी जाएं, हैडमास्टर, ब्लाक शिक्षा अधिकारी और प्रिंसीपल सहित बनती सभी तरक्कियां तुरंत की जाएं, डी.ए. की किश्त जारी की जाए।