Edited By Updated: 22 Jan, 2017 10:49 AM
पंजाब विधानसभा चुनाव में अध्यापक दम्पतियों की ड्यूटियां लगाए जाने से परेशानी के चलते इनमें हाहाकार-सा मच गया है।
होशियारपुर (जैन): पंजाब विधानसभा चुनाव में अध्यापक दम्पतियों की ड्यूटियां लगाए जाने से परेशानी के चलते इनमें हाहाकार-सा मच गया है। गवर्नमैंट टीचर्ज यूनियन का कहना है कि अगर पति-पत्नी दोनों ही 2 दिन के लिए घर से बाहर रहेंगे तो उनके मासूम बच्चों को कौन संभालेगा। यूनियन के प्रदेश सचिव शिव कुमार, जिला महासचिव अमनदीप शर्मा, ई.टी.टी. टीचर्ज यूनियन के प्रदेश महासचिव अजीव द्विवेदी, जिला प्रधान विकास शर्मा, इंद्रसुखदीप सिंह ओडरा व बलजीत सिंह मैहमोवाल ने कहा कि 4 फरवरी को होने वाले मतदान के अवसर पर ड्यूटी पर लगाए गए अध्यापक दम्पतियों को 3 फरवरी सुबह से ही ड्यूटी पर हाजिर होना पड़ेगा तथा 4 फरवरी को मतदान के पश्चात वे देर रात ड्यूटी से फारिग होंगे। कड़ाके की सर्दी में छोटे बच्चों को घरों में कौन संभालेगा।
एक सदस्य को मिले छूट
यूनियन नेताओं ने जिला चुनाव अधिकारी से मांग की है कि जिन अध्यापक दम्पतियों को ड्यूटी सौंपी गई है उनमें से 1 सदस्य को इसमें से छूट दी जाए। उन्होंने कहा यह भी कहा कि महिला स्टाफ को प्रिजाइडिंग अफसर न लगाया जाए। उन्होंने इस बात का भी विरोध किया कि मिड-डे-मील वर्करों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि चुनावी अमले के लिए रोटी-पानी का इंतजाम करें। यूनियन नेताओं ने कहा कि गरीब मिड-डे-मील वर्करों पर यह आर्थिक बोझ न डाला जाए।