Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 12:30 PM
राष्ट्रीय स्तर पर मनाए गए अध्यापक दिवस पर भी अध्यापकों की जेबें खाली रहीं, क्योंकि पंजाब सरकार ने कर्मचारियों को.......
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): राष्ट्रीय स्तर पर मनाए गए अध्यापक दिवस पर भी अध्यापकों की जेबें खाली रहीं, क्योंकि पंजाब सरकार ने कर्मचारियों को 14 सितम्बर तक वेतन देने का लॉलीपोप दिया है। कांग्रेस सरकार की इस नाकामी पर रोष व्यक्त करते हुए अध्यापकों के प्रतिनिधि संगठन डैमोके्रटिक टीचर फ्रंट केजिलाध्यक्ष लखबीर सिंह हरीके व सचिव कुलबीर सिंह भागसर ने कहा कि पंजाब के लोगों से रोजगार, विकास व अच्छा प्रशासन देने के चुनावी वायदे कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार अध्यापकों व अन्य कर्मचारियों को वेतन देने से भी हाथ पीछे खींच रही है।
अध्यापक नेताओं ने वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल से जानना चाहा कि कर्मचारियों के वेतन के लिए खजाना क्यों खाली है, जबकि अफसरशाही, विधायकों व मंत्रियों के खर्चों पर कोई रोक-टोक नहीं है। उन्होंने कहा कि समय पर वेतन न जारी करने के खिलाफ अध्यापकों में रोष है।
नहीं पहुंचा कोई प्रशासनिक अधिकारी
अध्यापक वर्ग के मान-सम्मान के राष्ट्रीय दिन पर किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने स्कूल जाकर अध्यापकों को मुबारक दिन कहने की जहमत नहीं उठाई, जबकि अध्यापक से ए.डी.सी. के रुतबे तक पहुंचे स्थानीय अधिकारी राजपाल सिंह की चुप्पी भी अध्यापक वर्ग को अखरी।