Edited By Updated: 25 May, 2017 10:17 AM
फरीदकोट में इन दिनों पंजाब सरकार के खिलाफ मांगों को लेकर विभिन्न वर्ग, विभाग, जत्थेबंदियां व यूनियनें लगातार धरने-प्रदर्शन कर रही हैं मगर जिला प्रशासन इन सभी से बेखबर किसी बड़े हादसे की इंतजार में बैठा है।
फरीदकोट(हाली) : फरीदकोट में इन दिनों पंजाब सरकार के खिलाफ मांगों को लेकर विभिन्न वर्ग, विभाग, जत्थेबंदियां व यूनियनें लगातार धरने-प्रदर्शन कर रही हैं मगर जिला प्रशासन इन सभी से बेखबर किसी बड़े हादसे की इंतजार में बैठा है। अधिकारी संघर्ष कर लोगों की मांगें तक सुनने को तरजीह नहीं दे रहे जिस कारण कई जत्थेबंदियों को रातें भी अधिकारियों के दफ्तरों के समक्ष धरने देकर काटनी पड़ रही हैं। गत सप्ताह के दौरान फरीदकोट में यह दूसरी बार हो रहा है कि आदर्श स्कूलों के मुलाजिम महिला अध्यापकों सहित रात को भी संघर्ष पर डटे रहे व सारी रात उप सचिवालय में डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के समक्ष धरना लगाए रखा।
आदर्श स्कूल मल्ला की धरने पर बैठी अध्यापिकाओं हरप्रीत, उर्मिला, नीरू, मनजिंद्र, सुषमा, हर्शा, गीतू, प्रभा व रोजी ने बताया कि स्कूल प्रबंधकों द्वारा उनकी मांगें नजरअंदाज करने के कारण उन्होंने पहले स्कूल में कलम छोड़ हड़ताल रखी, मगर जब स्कूल प्रबंधकों पर इसका कोई असर नहीं हुआ तो उन्होंने मंगलवार दोपहर अपना धरना डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के समक्ष दिया। उन्होंने बताया कि वहां भी उनकी किसी अधिकारी ने सुध नहीं ली। उनका धरना 5 बजे दफ्तर बंद होने के बाद भी जारी रहा जोकि पूरी रात चलता रहा। अगले दिन बुधवार को डिप्टी कमिश्नर ने धरने पर बैठे नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया व यह कह कर वापस भेज दिया कि उनकी मांगें उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंधी जिले के वरिष्ठ पुलिस कप्तान डा. नानक सिंह ने कहा कि रात समय संघर्ष कर रहे मुलाजिमों व खासकर महिला मुलाजिमों की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह गंभीर है व इनकी सुरक्षा के लिए रात को वांछित फोर्स तैनात की जाती है।