Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 10:57 AM
केंद्र सरकार द्वारा देश भर में लागू किए गए जी.एस.टी. से केवल व्यापारी तथा उद्योगपति ही दुखी नहीं हैं बल्कि टैक्सेशन वकील भी अब इसका विरोध करने लगे हैं। टैक्सेशन वकीलों की राज्य व्यापी हड़ताल के आह्वान पर आज यहां टैक्सेशन वार एसोसिएशन के जिला प्रधान...
होशियारपुर (जैन): केंद्र सरकार द्वारा देश भर में लागू किए गए जी.एस.टी. से केवल व्यापारी तथा उद्योगपति ही दुखी नहीं हैं बल्कि टैक्सेशन वकील भी अब इसका विरोध करने लगे हैं। टैक्सेशन वकीलों की राज्य व्यापी हड़ताल के आह्वान पर आज यहां टैक्सेशन वार एसोसिएशन के जिला प्रधान संदीप कैहड़ के नेतृत्व में टैक्सेशन वकीलों ने हड़ताल की।
श्री कैहड़ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें एसोसिएशन के सचिव एस.पी. राणा, विनोद सेठी, हरीश ऐरी, प्रदीप डडवाल, अनिरुद्ध जोशी व गौरव गर्ग आदि शामिल थे, ने जी.एस.टी. संबंधी अपनी मांगों को लेकर ए.डी.सी. श्रीमती अनुपम कलेर तथा ए.ई.टी.सी. हरदीप भांवरा को अलग-अलग तौर पर मांग-पत्र भेंट किए। बंद हो बेवजह लगाई जा रही पैनल्टी
टैक्सेशन वकीलों ने कहा कि सरकार द्वारा बेवजह पैनल्टी थोपी जा रही है। एक दिन रिटर्न लेट हो जाए तो 200 रुपए रोजाना वसूले जा रहे हैं। अगर पैनल्टी न जमा करवाई जाए तो रिटर्न ही फाइल नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि त्यौहारों के दिनों में वकीलों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ीं।
क्वाटरली फाइल हो रिटर्न
वकीलों ने कहा कि हर वर्ग के व्यापारी के लिए जी.एस.टी. रिटर्न मंथली की बजाय क्वाटरली तथा इसके लिए एक ही फार्म हो। अब अलग-अलग 3 फार्म भरने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि टैक्स कैश में जमा करवाने की सुविधा हो। अब तक सिर्फ 10 हजार रुपए ही बैंक में जमा करवाने की इजाजत है। अगर टैक्स ज्यादा हो तो ऑनलाइन पेमैंट करवानी पड़ती है।
नैटवर्क भी कर रहा है परेशान
वकीलों ने कहा कि जी.एस.टी. नैटवर्क ठीक न होने के कारण रिटर्न फाइल करने में भारी दिक्कतें पेश आती हैं। इसके लिए हैल्दी जी.एस.टी. नैटवर्क मुहैया करवाया जाए।