Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 08:30 AM
जिला फरीदकोट के डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर की तरफ से दुकानदारों और आम लोगों को बच्चों (14 साल से कम उम्र) से बाल मजदूरी न करवाने और उनको स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने के मकसद से बनाई गई जिला स्तरीय टास्क फोर्स की तरफ से एस.डी.एम. फरीदकोट गुरजीत...
फरीदकोट (हाली): जिला फरीदकोट के डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर की तरफ से दुकानदारों और आम लोगों को बच्चों (14 साल से कम उम्र) से बाल मजदूरी न करवाने और उनको स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने के मकसद से बनाई गई जिला स्तरीय टास्क फोर्स की तरफ से एस.डी.एम. फरीदकोट गुरजीत सिंह के नेतृत्व में फरीदकोट शहर के अलग-अलग बाजारों में दुकानों, रैस्टोरैंटों और ढाबों की चैकिंग की गई।
इस मौके पर छोटी उम्र के बच्चों से बाल मजदूरी न करवाए जाने के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए एस.डी.एम. फरीदकोट गुरजीत सिंह और तहसीलदार फरीदकोट ने कहा कि 14 साल से कम उम्र के बच्चों से मजदूरी करवाना गैर कानूनी है। उन्होंने दुकानदारों और बच्चों के पेरैंट्स से आह्वान किया कि छोटी उम्र के बच्चों से काम करवाने की बजाय उनको स्कूल भेजा जाना चाहिए ताकि वह पढ़-लिख कर अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
जिला प्रोग्राम अफसर मैडम शिन्दरपाल कौर और जिला बाल सुरक्षा अफसर रिपनबीर सिंह जोसन ने कहा कि जो भी व्यक्ति या दुकानदार बाल मजदूरी करवाता पकड़ा गया, उसे बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 14 साल से कम उम्र के जिन बच्चों के मां-बाप नहीं हैं और वह मजबूरीवश मजदूरी करते हैं, को रैसक्यू करके बाल घर भेजा जाएगा। टास्क फोर्स में लीगल कम प्रोबेशन अफसर भुवनेश कुमार, ए.एस.आई. हरजिन्दर सिंह, फूड सप्लाई इंस्पैक्टर प्रवेश रेहान, लेबर इंस्पैक्टर मैडम रजनी कांसल और हैल्थ डिपार्टमैंट से डा. दीपक गर्ग आदि उपस्थित थे।