Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 08:34 AM
शहर में सट्टा माफिया जहां पुलिस की सख्ती के बाद अब गुपचुप तरीके से अपना धंधा बचाने में लगा हुआ है, वहीं कैंट में अभी भी मिठाई व जलेबी की दुकानों पर सट्टे का व्यापार जम रहा है। पंजाब केसरी की सट्टा माफिया के खिलाफ मुहिम के बाद शहर का सट्टा माफिया...
जालंधर (राज शर्मा): शहर में सट्टा माफिया जहां पुलिस की सख्ती के बाद अब गुपचुप तरीके से अपना धंधा बचाने में लगा हुआ है, वहीं कैंट में अभी भी मिठाई व जलेबी की दुकानों पर सट्टे का व्यापार जम रहा है। पंजाब केसरी की सट्टा माफिया के खिलाफ मुहिम के बाद शहर का सट्टा माफिया काफी हद तक अपना कारोबार समेट चुका है और अंदरखाते ही अब इस खेल को चलाया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर की सख्ती के बाद अधिकांश सट्टा माफिया अपनी दुकानें बंद कर अंडरग्राउंड हो चुका है।
मगर कैंट के सट्टा माफिया ने पुलिस व कानून से बचने के लिए मिठाई व जलेबी की दुकानों का सहारा लिया है। इन मिठाई की दुकानों पर सट्टा माफिया रोजाना करोड़ों रुपए की दिल्ली की पर्ची का गोरखधंधा चला रहा है। धीरे-धीरे पर्ची लगाने वालों को भी इनके नए अड्डों का पता चल चुका है और मिठाई दुकानों की आड़ में गुपचुप तरीके से इस खेल को चलाया जा रहा है। कहीं न कहीं इसकी भनक अब पुलिस अधिकारियों को लग रही है। मगर कैंट थाने का सट्टा माफिया को संरक्षण होने के कारण अभी तक इन पर हाथ नहीं डाला जा रहा है।
बुकियों का धंधा भी कैंट में सेफ
कैंट में करोड़ों के पर्ची सट्टा के साथ-साथ क्रिकेट मैच फिक्सिंग का धंधा भी जोर-शोर से चलाया जाता है। कैंट में आर्मी एरिया होने के कारण किसी को शक भी नहीं पड़ता और पुलिस के संरक्षण में इस खेल को खुलेआम खेला जाता है। बुक लगाने वाले कई पंटर कैंट में अपना डेरा जमाए हुए हैं और यहां पर भारत-श्री लंका सीरीज के अलावा एशेज सीरीज पर भी मोटा सट्टा खिलाया जा रहा है।