Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 08:41 AM
राष्ट्रीय संत एवं गौ सेवा मिशन के परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद के जून 2016 में संदिग्ध परिस्थितियों में नंगल से अपहरण किए जाने के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन ने एस.एस.पी. रूपनगर को एक आदेश जारी करते...
जालंधर(अमित): राष्ट्रीय संत एवं गौ सेवा मिशन के परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद के जून 2016 में संदिग्ध परिस्थितियों में नंगल से अपहरण किए जाने के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन ने एस.एस.पी. रूपनगर को एक आदेश जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा है कि उनके द्वारा दर्ज की गई एफ.आई.आर. की कैंसिलेशन रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई है या नहीं?
इस संबंधी जानकारी देते हुए आग्रेनाइजेशन आफ प्रोटैक्शन आफ ह्यूमन राइट्स के प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने बताया कि उन्होंने पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमीशन चंडीगढ़ के पास एक जनहित याचिका दायर करते हुए शिकायत-पत्र भेजा था, जिसमें कहा गया था कि पुलिस ने स्वामी कृष्णानंद जी को सुरक्षा गार्ड न देकर भारत के संविधान अनुच्छेद 21 (प्राण और दैहिक स्वतंत्रता) के संरक्षण के घोर उल्लंघन के साथ ही उनके मानवाधिकार का भी हनन किया है जिस कारण उनका अपहरण हुआ। अत: एस.एस.पी. रूपनगर (रोपड़) को समयबद्ध करते हुए एक्शन टेकन रिपोर्ट ली जाए, मगर बाद में उनके सकुशल लौटने की खबर आने पर उन्होंने अपनी जनहित याचिका वापस लेने संबंधी पत्र भी कमीशन के पास भेजा था।
इसके जवाब में उन्हें कमीशन के आदेश की एक कापी प्राप्त हुई है, जिसमें बताया गया है कि एस.एस.पी. रूपनगर ने यह बताया है कि उनकी तरफ से 14 जनवरी, 2017 को कैंसिलेशन रिपोर्ट बना दी गई थी, मगर कोर्ट में वह अभी मंजूर नहीं हुई है जिसके बाद कमीशन ने उनसे जवाबतलबी की है कि वह बताएं कि रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत की जा चुकी है या नहीं। संदीप ने कहा कि एस.एस.पी. रूपनगर और पूरे पुलिस प्रशासन ने बेहद प्रशंसनीय कार्य किया है क्योंकि उन्होंने स्वामी कृष्णानंद जी को ढूंढने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।
संदीप ने कहा कि स्वामी कृष्णानंद जी महाराज भूरी वाले (बीनेवाल) की सुरक्षा को लेकर पंजाब के गौ रक्षकों व गौ-भक्तों में भारी चिंता व्याप्त है। इसके चलते वह एस.एस.पी. रूपनगर से निजी तौर पर मुलाकात कर उनकी सुरक्षा की दोबारा समीक्षा करने का निवेदन करेंगे ताकि भविष्य में कोई असुखद घटना न घटे जिससे प्रदेश में ला एंड आर्डर की समस्या आए और यहां का माहौल खराब हो।