Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 01:47 PM
प्रॉपर्टी विवाद को लेकर 2 पार्टियों में हुए झगड़े के दौरान की गई फायरिंग तथा पत्थरबाजी के दौरान 2 पी.सी.आर. कर्मियों के बुरी तरह से घायल होने संबंधी हत्या प्रयास के एक मामले में कांग्रेस पार्टी के पूर्व पार्षद सुरेन्द्र चौधरी के पुत्र पवन चौधरी ने...
अमृतसर (महेन्द्र): प्रॉपर्टी विवाद को लेकर 2 पार्टियों में हुए झगड़े के दौरान की गई फायरिंग तथा पत्थरबाजी के दौरान 2 पी.सी.आर. कर्मियों के बुरी तरह से घायल होने संबंधी हत्या प्रयास के एक मामले में कांग्रेस पार्टी के पूर्व पार्षद सुरेन्द्र चौधरी के पुत्र पवन चौधरी ने आखिर शुक्रवार को स्थानीय एक अदालत में सरैंडर कर ही दिया, जिसे अदालत ने एक दिन के पुलिस रिमांड में भेज दिया है। इसकी पुष्टि करते हुए थाना कैंटोनमैंट के प्रभारी इंस्पैक्टर प्रवेश चोपड़ा ने कहा कि कथित आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जबकि इस मामले में सौरव को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
गौरतबल है कि स्थानीय गुमटाला निवासी कारज सिंह का पुतली घर क्षेत्र में स्थित एक प्लाट को लेकर कांग्रेस पार्टी के पूर्व पार्षद सुरिन्द्र चौधरी के साथ विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन कारज सिंह विवादित प्लाट पर कुछ निर्माण करवा रहा था, जिस पर सुरिन्द्र चौधरी ऐतराज जता रहा था क्योंकि दोनों पक्ष विवादित प्लाट पर अपना स्वामित्व होने के दावे कर रहे थे। इसी बीच दोनों पक्षों के बीच हुआ झगड़ा हाथापाई तक जा पहुंचा था। कारज सिंह का आरोप था कि सुरिन्द्र चौधरी के साथ कुछ हथियारबंद लोग भी थे। माहौल खराब होने के कारण कुछ दुकानदारों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया जिस पर कुछ ही समय के पश्चात वहां पर पी.सी.आर. कर्मी आ पहुंचे थे बावजूद इसके दोनों पार्टियों के बीच विवाद और भी गहरा गया था।
कारज सिंह ने आरोप लगाया था कि पूर्व पार्षद सुरेन्द्र चौधरी के साथ आए हथियार बंद लोगों ने उस पर तथा उसके साथियों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी थी जिस पर देखते ही देखते दोनों पार्टियों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस दौरान पी.सी.आर. में तैनात पुलिस कर्मी राजेश कुमार के सिर पर ईंट लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, जबकि उसका एक अन्य साथी भी घायल हो गया था। इस पर थाना कैंटोनमैंट के तत्कालीन प्रभारी इंस्पैक्टर सुशील कुमार ने मामले की जांच करते हुए पुलिस कर्मियों के बयान पर पूर्व पार्षद सुरेन्द्र चौधरी, उसके पुत्र पवन चौधरी तथा करीब 2 दर्जन साथियों के खिलाफ हत्या प्रयास का मामला दर्ज किया था। तब से ही पूर्व पार्षद सुरेन्द्र चौधरी अपने पुत्र पवन चौधरी सहित भूमिगत चल रहे थे, लेकिन पूर्व पार्षद चौधरी के पुत्र पवन चौधरी ने आखिर शुक्रवार को अचानक स्थानीय अदालत में सरैंडर कर दिया।