Edited By Updated: 11 Dec, 2016 05:12 PM
पंजाब कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया है कि स्टरलाइट एनर्जी लिमिटेड को तलवंडी साबो थर्मल प्लांट का ठेका देने में भारी अनियमितताएं हुई हैं।
जालन्धर(धवन): पंजाब कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया है कि स्टरलाइट एनर्जी लिमिटेड को तलवंडी साबो थर्मल प्लांट का ठेका देने में भारी अनियमितताएं हुई हैं। पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष व मुख्य पार्टी प्रवक्ता सुनील जाखड़ ने कहा कि स्टरलाइट कम्पनी तो टैंडर डालने के योग्य भी नहीं थी तथा वह सरकार की शर्तों को पूरा भी नहीं करती थी पर फिर भी उसे 1980 मैगावाट क्षमता वाला पावर प्लांट सौप दिया गया।जाखड़ ने कहा कि सरकारी नियमों के अनुसार पावर एग्रीमैंट के समय स्टरलाइट कम्पनी के पास 396 करोड़ रुपए का फ्री कैश फ्लो होना चाहिए था। 1 सितम्बर 2008 को पंजाब पावर कार्पोरेशन तथा स्टरलाइट कम्पनी के बीच समझौता हुआ था। स्टरलाइट कम्पनी पर 2006 को 0.241 करोड़ की देनदारी थी। 2007 में उस पर शून्य देनदारी थी जबकि 2008 में उस पर 2 लाख रुपए की देनदारी थी।
उन्होंने कहा कि जब स्टरलाइट कम्पनी के पास 396 करोड़ का कैश फ्लो नहीं था तो फिर उससे पावर एग्रीमैंट क्यों किया गया। यह पूरी तरह से अवैध था।चालू वर्ष में पंजाब सरकार ने स्टरलाइट कम्पनी को 1500 करोड़ रुपए का भुगतान किया। कम्पनी के साथ किए समझौते के अनुसार चाहे वह राज्य को बिजली देती है या नहीं परन्तु उसे सरकार ने पैसों का भुगतान अवश्य करना है। यह पावर प्लांट पंजाब के लिए सफेद हाथी सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर पावर परचेज एग्रीमैंट्स को लेकर उच्च स्तरीय जांच करवाते हुए इन समझौतों को रद्द किया जाएगा तथा इसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।