Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jan, 2018 05:31 PM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व सांसद सुनील जाखड़ ने 40 मुक्तों की शहादत को नमन करते हुए कहा है कि श्री अकाल तख्त साहिब से शहीदों की याद में लगने वाले जोड़ मेलों में राजनीति न करने के दिए गए निर्देशों की पालना केवल कांग्रेस ने की है जिस कारण...
जालन्धर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व सांसद सुनील जाखड़ ने 40 मुक्तों की शहादत को नमन करते हुए कहा है कि श्री अकाल तख्त साहिब से शहीदों की याद में लगने वाले जोड़ मेलों में राजनीति न करने के दिए गए निर्देशों की पालना केवल कांग्रेस ने की है जिस कारण पार्टी ने श्रीमुक्तसर साहिब में सियासी कांफ्रैंस न करने का निर्णय लिया है। कैप्टन ने कहा कि माघी का मेला 40 मुक्तों की शहादत को याद करने के लिए मनाया जाता है तथा इस दिन हम अपने शहीदों को श्रद्धा के फूल अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि पंथक पार्टी के नेता कहलाने वाले लोग शहीदों की याद में लगने वाले मेलों में सियासी कांफ्रैंस करके खुद ही अपने चेहरे नकाब उतार रहे हैं।
जाखड़ ने कहा कि पिछले 10 वर्षों तक पंजाब की सत्ता पर काबिज रहे अकाली दल ने ऐतिहासिक शहर श्री मुक्तसर साहिब के विकास के लिए कुछ नहीं किया जबकि श्री मुक्तसर साहिब जिला पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का घरेलू जिला रहा है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस सरकार ही है जिसने 1995 में श्री मुक्तसर साहिब को जिले का दर्जा दिया था। इसके बाद 2002 से लेकर 2007 तक के कार्यकाल के दौरान कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार ने श्रीमुक्तसर साहिब के ऐतिहासिक दर्जे को ध्यान में रखते हुए यादगारी गेटों का निर्माण करवाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय ही 40 मुक्तों की शहादत को नमन करने के लिए श्री मुक्तसर साहिब में मुक्त-ए-मीनार यादगार का निर्माण भी करवाया गया है।
उन्होंने कहा कि अकाली सरकार समय 10 वर्षों तक श्री मुक्तसर साहिब में कोई भी यादगार नहीं बनाई गई और न ही शहर के विकास के लिए पूर्व सरकार ने ग्रांटे रिलीज की।उन्होंने कहा कि अकाली दल सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति करना जानता है जबकि इसके नेताओं को धार्मिक कद्रो-कीमतों की कोई परवाह नहीं है। जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा शहीदी जोड़ मेलों में सियासी कांफ्रैंसे न करने का लिया गया फैसला ऐतिहासिक है तथा इसे पंजाब के लोग हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब में ऐतिहासिक फैसला लेकर वास्तव में शहीदों को नमन किया है।